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हीरोइनों ने बढ़ाया दायरा

मुंबई। सफल होने के लिए बहुमुखी प्रतिभा का होना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा अहम है इनमें संतुलन साधना। हिंदी फिल्मों की आज की अभिनेत्रियां उस ढर्रे पर बखूबी चल रही हैं। कुछ हिंदी फिल्मों के साथ-साथ ये साउथ व हॉलीवुड की फिल्में भी कर रही हैं। कई तो गायन में हाथ आजमा कर अपन्

By Edited By: Published: Wed, 25 Sep 2013 11:47 AM (IST)Updated: Wed, 25 Sep 2013 12:25 PM (IST)
हीरोइनों ने बढ़ाया दायरा

मुंबई। सफल होने के लिए बहुमुखी प्रतिभा का होना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा अहम है इनमें संतुलन साधना। हिंदी फिल्मों की आज की अभिनेत्रियां उस ढर्रे पर बखूबी चल रही हैं। कुछ हिंदी फिल्मों के साथ-साथ ये साउथ व हॉलीवुड की फिल्में भी कर रही हैं। कई तो गायन में हाथ आजमा कर अपनी फैन बेस बढ़ा रही हैं। नवीनतम उदाहरण दीपिका पादुकोण व प्रियंका चोपड़ा हैं। दीपिका ने जहां हॉलीवुड की फिल्म 'फास्ट ऐंड फ्यूरियस' की सातवीं सीरीज साइन की है, वहीं प्रियंका ने वहां की एनिमेशन फिल्म 'प्लेन' को अपनी आवाज दी। इतना ही नहीं, वे साउथ की फिल्म 'तूफान' में भी हैं। नई और गैर फिल्मी अभिनेत्रियों के लिए तो साउथ की फिल्में रामबाण साबित हो रही हैं। वहां तुलनात्मक रूप से उन्हें काम आसानी से मिल जाता है। फिर वहां नाम व दाम कमाने के बाद वे हिंदी फिल्मों का रुख कर रही हैं और धमाल मचा रही हैं। उदाहरण के रूप में हम तापसी पन्नू और इलियाना डिक्रूज को ले सकते हैं। तापसी को इसी साल 'चश्मेबद्दूर' जैसी बड़ी हिट मिली, जबकि गोवा की गोरी इलियाना को सफलता की मीठी 'बर्फी' हासिल हुई।

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शुरुआत हम दीपिका से करते हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले स्पष्ट किया था कि वे भाषा के आधार पर फिल्मों में विभेद नहीं करतीं। वे सही कह रही थीं। वे हिंदी फिल्मों के साथ-साथ फिलहाल साउथ की फिल्में भी कर रहीं थीं। लीजेंड रजनीकांत के साथ उनकी 'कोचाइदियां' रजनी के जन्मदिन यानी इसी साल 12 दिसंबर को रिलीज होगी। 'चेन्नई एक्सप्रेस' की सफलता ने उन्हें हॉलीवुड में भी पॉपुलर कर दिया है। कहा जा रहा है कि 'फास्ट ऐंड फ्यूरियस' में वे कैमियो रोल में नहीं हैं। अगर ऐसा हुआ तो वे मौजूदा दौर की पहली अभिनेत्री होंगी, जो हॉलीवुड की किसी फिल्म में फुल-फ्लेज्ड किरदार निभाएंगी।

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दीपिका के मुताबिक, 'आज की तारीख में भाषा या क्षेत्र विशेष की फिल्में कर आप लंबी इनिंग नहीं खेल सकते। आपकी प्रतिस्पर्धा दुनिया भर की फिल्मों व कलाकारों से है। उनके साथ मुकाबले में बने रहने के लिए आपको ग्लोबल बनना होगा। अलग-अलग प्रकार की फिल्में कर आपको न सिर्फ विविधता हासिल होती है, बल्कि नए अनुभवों से आपमें परफेक्शन आता है।'

दीपिका की बातों में दम है। तभी प्रियंका चोपड़ा भी अलग तरह से उस राह पर अग्रसर हैं। वे ग्लोबल सिंगर बन अपने फैन बेस में इजाफा करना चाहती हैं। अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर पिटबुल के साथ उनके म्यूजिक सिंगल को खासी पॉपुलैरिटी मिल रही है। वे कभी हिंदुस्तान तो कभी अमेरिका, कभी एक्टिंग तो कभी सिंगिंग में व्यस्त हैं। प्रियंका कहती हैं, 'सचमुच बहुत कुछ एक साथ चल रहा है। मुझे इससे कोई शिकायत नहीं है। मैं एक आर्टिस्ट हूं। मुझे अपना काम जहां ले जाएगा वहां जाऊंगी। अगर मैंने हॉलीवुड की एनीमेशन फिल्म 'प्लेन' की है, तो दूसरी तरफ तेलुगू फिल्म 'तूफान' भी की है। हर काम को मैं बहुत महत्व देती हूं। पर्सनल लाइफ में मेरे साथ कुछ भी हो, काम से मुझे संबल मिलता है। अभी तो सिंगल्स ही आ रहे हैं। अगले साल के आरंभ में एलबम आएगा। ऐसा कर मैं अपने पापा का सपना पूरा कर रही हूं। मैं खुद को वर्सेटाइल भी बना रही हूं। ऐसा सभी कामों के बीच संतुलन साधने से हो पा रहा है।'

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तापसी पन्नू हैं तो विशुद्ध उत्तर भारतीय, पर उन्होंने हिंदी फिल्मों में पॉपुलैरिटी साउथ की फिल्मों की गलियों से गुजर कर हासिल की है। उन्होंने 'रांझणा' फेम धनुष के साथ साउथ में 'आड़ूगलम' (मतलब खेल का मैदान) की थी। वह उनकी पहली फिल्म थी, लेकिन उसने ढेर सारे अवार्ड बटोरे। उनके मुताबिक तो 'रांझणा' की कहानी भी काफी हद तक 'आड़गलम' सरीखी थी। बहरहाल, उन्हें 'चश्मेबद्दूर' ने भरपूर पॉपुलैरिटी प्रदान की और अब उनका ज्यादा वक्त मुंबई में बीतता है, लेकिन उन्होंने साउथ का दामन नहीं छोड़ा है। वे कहती हैं, 'जिस चीज ने मुझे पहचान दी, उसका साथ मैं कैसे छोड़ सकती हूं? वैसे भी साउथ की फिल्मों का स्केल भी काफी बड़ा है। वह और बड़ा होता जा रहा है। ऐसे में वहां का भविष्य भी उज्ज्वल है।'

टॉलीवुड की स्थापित नाम इलियाना डिक्रूज हिंदी फिल्मों में बड़ी सफलता व प्रोजेक्ट्स हासिल कर रही हैं। टॉलीवुड में उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म 'देवदासु' से सफलता के झंडे गाड़े थे। उसके लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू ऐक्ट्रेस का अवार्ड मिला। महज तीन साल के भीतर उन्होंने दो फिल्मफेयर अवार्ड हासिल किए। एक 'जलसा' और दूसरी 'किक' के लिए। वह भी बेस्ट ऐक्ट्रेस का। फिर आई हिंदी फिल्मों की बारी। 'बर्फी' से भी उन्होंने साउथ का ट्रैक रिकॉर्ड कायम रखा। पहली ही फिल्म से पुरस्कार का खाता खोला। बड़ी फिल्मों व सितारों के संग उनकी जोड़ी बनी। पहले शाहिद कपूर, अब सैफ अली खान के साथ वे 'हैप्पी एंडिंग' व डेविड धवन की आने वाली फिल्म 'मैं तेरा हीरो' की हिस्सा हैं। फिल्म में उनके हीरो डेविड धवन के सुपुत्र वरुण धवन हैं। कहने का मतलब यह है कि आज की अभिनेत्रियां 'दो नावों की सवारी' बखूबी कर रही हैं, लेकिन समय को देखते हुए और ऐसा करने में उनकी मदद की है संतुलन ने।

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