एक्सक्लूसिव:नॉन प्रोफेशनल एक्टर्स ने दिला दिया इस फिल्म को बर्लिन अवॉर्ड
अमर ने बताया कि बर्लिन में स्क्रीनिंग के दौरान वह यह देख कर हैरान थे कि मौत जैसा विषय होने के बाद भी बच्चे स्क्रीनिंग में आ रहे थे और फिल्म के संबंध में सवाल पूछ रहे थे।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. अमर कौशिक की नॉन प्रोफेशनल एक्टर्स स्टारर शॉर्ट फिल्म आबा को बर्लिन फिल्म फेस्टिवल के इंटरनेशनल जूरी सेक्शन में स्पेशल प्राइज आॅफ जेनरेशन केप्लस के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
भारतीय सिनेमा को मिले इस सम्मान से खुश फिल्म के लेखक और निर्देशक अमर कौशिक ने बताया कि इस फिल्म की कहानी एक बच्ची और उसके दादाजी के इर्द-गिर्द घूमती है। दादाजी को कैंसर हो जाता है और वह मान लेते हैं कि वो अब मरने वाले हैं। ऐसे में दादाजी अपने गांव आ कर खुद की ही कब्र खोदते हैं। एक बच्ची और उसके दादाजी के बीच की इस इमोशनल कहानी को बर्लिन जैसे प्रतिष्ठित फेस्टिवल में सम्मानित करना गर्व की बात है। अमर ने बताया कि बर्लिन में स्क्रीनिंग के दौरान वह यह देख कर हैरान थे कि मौत जैसा विषय होने के बाद भी बच्चे स्क्रीनिंग में आ रहे थे और फिल्म के संबंध में सवाल पूछ रहे थे। जर्मनी के एक दर्शक ने तो अमर को बताया कि उनके पिता का देहांत हो गया था। यह फिल्म देख कर वो काफी टच्ड हुआ और दूसरी स्क्रीनिंग पर अपने भाई को लेकर भी आया।
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अमर कौशिक ने बताया कि फिल्म में जिन कलाकारों ने भी एक्टिंग की है, वह दरअसल प्रोफेशनल एक्टर्स है ही नहीं। अमर के जेहन में पहले यह बात आयी थी कि वो मुंबई के कलाकारों के साथ जाकर इस फिल्म की शूटिंग कर लें लेकिन फिर उन्हें लगा कहानी के साथ न्याय नहीं कर पायेंगे. सो, उन्होंने वही के नॉन एक्टर्स को चुना। फिल्म आबा की खास बात यह है कि इसमें संवाद बेहद कम है. फिल्म में बच्ची का किरदार शूंकू ने निभाया है और दादाजी का किरदार दानी ने। फिल्म आपतनी आदिवासियों की भाषा में बनी है।
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अमर ने इससे पहले निर्देशक राजकुमार गुप्ता के साथ नो वन किल्ड जेसिका और घनचक्कर में सहायक के तौर पर काम किया है। जल्द ही वो एक फीचर फिल्म भी बनाने वाले हैं।