MCD चुनाव: थम गया शोर, उम्मीदवारों ने झोंकी ताकत, अब जनता की बारी
प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण सुबह छह बजे से ही उम्मीदवारों के कार्यालयों के बाहर चहल-पहल बढ़ गई थी। पांच बजे के बाद उम्मीदवार एवं उनके समर्थकों ने अपने-अपने बूथ पर मोर्चा संभाल लिया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन उम्मीदवारों ने पूरी ताकत झोंक दी। उम्मीदवारों ने वाहन रैलियों के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर ताकत दिखाने की कोशिश की। जिसके चलते उत्तरी एवं बाहरी दिल्ली के कई इलाको में सुबह से ही यातायात जाम की स्थिति भी बनी।
स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी हुई। काम धंधे पर जाने वाले लोग भी भीषण गर्मी में जब जाम में फंसे तो वह नेताओं को ही कोसते नजर आए। उम्मीदवारों ने प्रचार के माध्यम से अपनी ताकत दिखा दी, 23 अप्रैल को मतदाता अपने वोट की ताकत दिखाएंगे। शाम पांच बजे से माइक का शोर थमने के बाद लोगों ने काफी राहत की सांस ली।
प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण सुबह छह बजे से ही उम्मीदवारों के कार्यालयों के बाहर चहल-पहल बढ़ गई थी। इनमें उनके समर्थकों के साथ ऐसे लोग भी शामिल थे जो खुद को वोटरों का ठेकेदार बताते हुए मौजूद थे। ऐसे लोगों ने जिस उम्मीदवार से जो मिला बटोरने की हर संभव कोशिश की।
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अधिकांश उम्मीदवारों ने अपने कार्यालयों के बाहर से ही वाहन रैली की शुरूआत करते हुए वार्ड के अधिक से अधिक क्षेत्र में जाने की कोशिश की लेकिन बढ़ती गर्मी के बीच कई उम्मीदवारों के साथ से समर्थक खिसक गए तो उन्हें बीच में रैली रोक देनी पड़ी । इन वाहन रैलियों से रिहायशी इलाकों के अंदरूनी हिस्सो में लगे जाम ने कुछ इलाकों में मुख्य मार्ग को भी प्रभावित कर दिया।
वाहन रैली के अलावा सोशल मीडिया पर भी पांच बजे से पहले-पहले अधिकांश उम्मीदवारों की तरफ से मतदाताओं को संदेश भेजे जाते रहे। मगर पांच बजे के बाद जब लोगों को मोबाइल पर संदेश आने बंद हो गए तो मतदाता राहत में भी दिखे।
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पांच बजे के बाद उम्मीदवार एवं उनके समर्थकों ने अपने-अपने बूथ पर मोर्चा संभाल लिया। उनकी कोशिश अब हर मतदाता तक पहुंचने की है। शनिवार को भी नाराज मतदाताओं के साथ नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने की रहेगी।