भाजपा ने उतारे मोदी-शाह, कांग्रेस राहुल-वीरभद्र के सहारे
मोदी ने पांच जिलों में सात रैलियां की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री वोट मांगने पहुंचे।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार शाम को प्रचार थम गया है। प्रचार में सत्तारूढ़ कांग्रेस के मुकाबले भाजपा ने शुरू से तेजी बनाए रखी। पार्टी ने चुनाव प्रचार व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ावा। प्रचार के प्रत्येक माध्यम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने प्रचार के दौरान 65 जनसभाएं की जबकि भाजपा ने 197। कांग्रेस मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सहारे रही जबकि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित कई बड़े नेताओं को प्रचार में उतारा।
मोदी ने पांच जिलों में सात रैलियां की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री वोट मांगने पहुंचे। कुल चुनावी सभाओं की बात की जाए तो भाजपा ने 197 जनसभाएं कीं। भाजपा के 68 रथों ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जगत प्रकाश नड्डा, स्मृति ईरानी, नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर, राधा मोहन सिंह, थावर चंद गहलोत, उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री टीएस रावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित कई नेता प्रचार में उतरे। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने अकेले 38 चुनावी सभाएं की।
उधर, कांग्रेस की ओर से प्रदेश में केवल 65 जनसभाएं आयोजित की गई। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के तूफानी दौरे की तीन जनसभाएं भी चुनावी सभाओं में शामिल हैं। अकेले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 49 चुनावी रैलियों को संबोधित किया। इसके अतिरिक्त पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अर्मंरदर सिंह, केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, अभिनेता राज बब्बर चुनाव प्रचार करने के लिए आए। कांग्रेस के कई पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट, आनंद शर्मा, रणदीप सिंह सुरजेवाला व शीला दीक्षित ने केवल प्रेस कांफ्रेंस की।
भाजपा का मुद्दा भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार ऐसा मुद्दा है, जिसे भाजपा ने उठाया। भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह समेत कांग्रेस सरकार के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप जड़े। जो भी भाजपा नेता आए, उन्होंने भ्रष्टाचार का जिक्र किया। भाजपा ने कांग्रेस को घोटालों की पार्टी बताया। यूपीए के कार्यकाल के साथ प्रदेश सरकार की नाकामी को भी मुद्दा बनाया गया।
कांग्रेस ने केंद्र को घेरा
कांग्रेस नेताओं ने नोटबंदी व जीएसटी से दिक्कतों का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर राजनीतिक उपेक्षा व जांच एजेंसियों पर जबरन मामले बनाने के मुद्दे उछले। कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मामले में वीरभद्र सिंह का बचाव करते हुए धूमल व अनुराग को जमानत पर बताया।
भाजपा का चुनाव प्रचार
जनता के बिलकुल समीप था। कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों से तंग लोगों ने पीएम मोदी सहित दूसरे नेताओं के भाषण सुनने में दिलचस्पी दिखाई। रैलियों में आने वाली भीड़ से साबित हो गया कि प्रदेश के लोग राज्य में राजनीतिक बदलाव चाहते हैं।
- महेंद्र धर्माणी, प्रवक्ता, भाजपा
कांग्रेस सरकार ने पांच साल में अभूतपूर्व विकास करवाया है। हर वर्ग तक विकास का लाभ पहुंचा
है। लेकिन मोदी सरकार ने तीन साल पहले जो वादे देश की जनता के साथ किए थे, पूरे नहीं हुए। नोटबंदी से लोगों की मुश्किलें खत्म नहीं हुई। उसके बाद जीएसटी से आम आदमी और व्यापारी वर्ग बुरी तरह से प्रभावित हुए।
- नरेश चौहान, कांग्रेस महासचिव।
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