दिल्ली से चलने वाली 300 ट्रेनों में पेट्रोलिंग
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : सुरक्षा के लिए रेल परिसरों के साथ ही ट्रेनों की निगरानी बढ़ाई जा रही है। उ
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : सुरक्षा के लिए रेल परिसरों के साथ ही ट्रेनों की निगरानी बढ़ाई जा रही है। उन ट्रेनों और स्थानों की पहचान की जा रही है जो अपराध की दृष्टि से संवेदनशील हैं। ऐसी तीन सौ ट्रेनों में गश्ती दल तैनात किए गए हैं। यह जानकारी दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) आरएन सिंह ने दी। वह स्टेट एंट्री रोड स्थित अधिकारी क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने दावा किया कि पहले की तुलना में स्टेशनों व ट्रेनों में अपराध कम हुए हैं। दिल्ली क्षेत्र में वर्ष 2015 में लूट की 128 और 2016 में 74 घटनाएं हुई थीं। वहीं, इस वर्ष जून महीने तक लूट की मात्र 12 घटनाएं हुई हैं। इसी तरह से अन्य आपराधिक घटनाओं में भी कमी आई है। पिछले दिनों कुछ घटनाएं घटी हैं इसे रेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। भविष्य में यात्रियों के साथ कोई अप्रिय घटनाएं नहीं हो इसके लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जहां आपराधिक घटनाएं ज्यादा होती हैं। चिह्नित की गई 300 ट्रेनों से 219 ट्रेनों में राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) और 81 ट्रेनों में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीम तैनात की जा रही है। दिल्ली क्षेत्र में संवदेनशील स्थानों पर आरपीएफ के तीन सौ जवान 24 घंटे निगरानी रख रहे हैं। इसी तरह से आरपीएफ और रेलवे वाणिज्य विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई है जो नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर अवैध रूप से रेल परिसर में दाखिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है। इससे भी अपराध रोकने में मदद मिल रही है। आने वाले दिनों में अन्य स्टेशनों पर भी इस तरह की टीम गठित की जाएगी।
पुलिस उपायुक्त (रेलवे) परवेज अहमद, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (पूर्व) शशि कुमार और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (पश्चिम) संतोष चंद्रन ने भी रेल परिसरों और ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी दी।