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SC के फैसले के बाद केजरीवाल को मिला मौका, मोदी को दिखाया आईना

केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मोदी सरकार के तानाशाही शासन पर एक ओर तमाचा है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 13 Jul 2016 11:27 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jul 2016 09:00 AM (IST)

नई दिल्ली (जेएनएन)। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा का सत्र बुलाने और इसे तय समय से पहले आहूत करने के संबंध में राज्यपाल की विवेकाधीन शक्तियों को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार को झटका लगने के बाद अरविंद केजरीवाल हमलावर हो गए हैं।

अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह नरेंद्र मोदी सरकार के तानाशाही शासन पर एक ओर तमाचा है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मुुझे उम्मीद है कि मोदी इससे सबक लेेंगेे। केजरीवाल ने यह भी आशा जताई कि सुप्रीम कोर्ट से लगे इस झटके के बाद मोदी सरकार जनता द्वारा चुनी गई राज्य सरकारों को परेशान नहीं करेंगे।

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पत्रकारों से रूबरू होने के दौरान केजरीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी को न तो संविधान में यकीन है और न ही वे लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।

वहीं, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता आशुतोष ने ट्वीट कर कहा है, 'संविधान और लोकतंत्र के हित में सुप्रीम कोर्ट का यह दूसरा एतिहासिक फैसला है। यह लोकतंत्र की जीत और तानाशाह की हार है।'

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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है। मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'मोदी जी! अब तो लोकतंत्र का सम्मान करना सीखिए। किसी राज्य के लोग अगर अन्य पार्टी की सरकार चुन लेते हैं तो उन्हें सज़ा देना बंद कीजिए।'

यहां पर याद दिला दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस शासन को बहाल करने के लिए कहा।

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