ग्रेटर नोएडा में मानव तस्करी पर घिरी पुलिस, लोगों ने लगाए गंभीर आरोप
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोेएडा में मानव तस्करी का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करने के बजाय दबाना शुरू कर दिया है। वहीं स्थानीय लोग पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के ओमीक्रान तीन सेक्टर का है।
नोएडा। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोेएडा में मानव तस्करी का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करने के बजाय दबाना शुरू कर दिया है। वहीं स्थानीय लोग पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के ओमीक्रान तीन सेक्टर का है।
लोगों का आरोप है कि पिछले पांच दिनों से सेक्टर में यह सब कुछ चल रहा है। रविवार को सेक्टर में रहने वाली एक महिला ने हिम्मत जुटाई और मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पीसीआर में मौजूद पुलिसकर्मी ने पूरा मामला दबा दिया।
लोगों का पुलिस पर आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने लड़कियों को मुक्त कर आरोपियों को भी रास्ते से ही छोड़ दिया। लोगों ने बताया है कि पिछले पांच दिनों में 12 से 18 साल की आधा दर्जन से अधिक लड़कियों को सेक्टर के एक मकान में रखा गया था।
रविवार दोपहर बाद पुलिस को सेक्टर में रहने वाली एक महिला ने सूचना दी कि ए ब्लॉक के मकान से लड़की के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आ रही है। सूचना के आधार पर पीसीआर वहां पहुंची। मौके पर आधा दर्जन लड़कियां, कुछ युवक, दो स्कार्पियो गाड़ी और एक छोटा हाथी मिला।
पुलिस ने सभी को अपने साथ चलने के लिए कहा। हालांकि रास्ते से ही सभी को छोड़ दिया गया। सेक्टरवासियों ने आरोप लगाया है कि सेक्टर में पिछले पांच दिनो से यह सब चल रहा है। रोजाना छोटा हाथी में अलग-अलग उम्र की लड़कियो को लेकर आया जाता है।
बड़ी गाड़ियों में सवार होकर लोग यहां आते हैं और जोर-जोर से लड़कियों की बोली लगाते हैं। रविवार को 17 साल की एक लड़की ने बोली में शामिल होने से इन्कार कर दिया और शोर मचाना शुरू कर दिया। लड़की के शोर मचाने पर एक महिला ने मामले की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस मामले में कार्रवाई करने के बजाय उसे दबाने में लगी हुई है।
वहीं एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले की सूचना मीडिया के माध्यम से मिली है। पुलिस टीम मौके पर भेजी गई है। यदि किसी पुलिसकर्मी ने कार्रवाई में कोई लापरवाही बरती होगी तो कार्रवाई होगी।