Move to Jagran APP

...तो जल्द ही कुमार विश्वास के लिए बंद होने वाले हैं 'आप' के दरवाजे

मुख्यमंत्री समेत सोशल मीडिया पर सक्रिय दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने विश्वास के किसी भी पोस्ट को न तो री-ट्वीट किया और न ही शेयर।

By Amit MishraEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 10:20 PM (IST)
...तो जल्द ही कुमार विश्वास के लिए बंद होने वाले हैं 'आप' के दरवाजे

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईद के मौके पर पार्टी से निलंबित ओखला से विधायक अमानतुल्ला के घर जाकर उन्हें बधाई दी। इससे जाहिर है कि अमानतुल्ला के लिए अब भी उनके दिल में जगह है। साथ ही इससे इस बात को भी बल मिल रहा है कि कुमार विश्वास के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के दरवाजे जल्द ही बंद होने वाले हैं।

loksabha election banner

अमानतुल्ला ने विश्वास पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया था, जिसकी जांच चल रही है। इसके बाद समर्थकों संग विश्वास ने पार्टी में बवाल काटा था, जिसके परिणाम स्वरूप विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इन सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि इतने बड़े आरोप के बाद भी विधायक केजरीवाल के करीबियों में शामिल हैं।

अमानतुल्ला के अलावा पार्टी में मुस्लिम बिरादरी से और भी विधायक हैं, लेकिन केजरीवाल का इनके यहां जाने की अहमियत को समझा जा सकता है। इससे कुछ दिन पहले भी विधायक की अध्यक्षता में हुए रोजा इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा पार्टी के जिस कार्यकर्ता विकास योगी ने तीन दिन पहले लंबा पत्र लिखकर विश्वास पर आरोपो की झड़ी लगाई थी, उसके जन्मदिन पर 26 जून को केजरीवाल ने ट्वीट कर उसे बधाई दी थी। वहीं, मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी मे विश्वास को नहीं बुलाया।

चूंकि, विश्वास इस वक्त राजस्थान के प्रभारी के तौर पर पार्टी में काम कर रहे हैं। 25 जून को जयपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया गया था, जिसके लिए उन्होंने अपने स्तर पर प्रचार भी किया था। केजरीवाल के चेहरे वाले फोटो भी ट्विटर समेत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए थे। इसके बावजूद मुख्यमंत्री समेत सोशल मीडिया पर सक्रिय दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने विश्वास के किसी भी पोस्ट को न तो री-ट्वीट किया और न ही शेयर।

मनीष सिसोदिया, संजय सिह, आशीष खेतान, दिलीप पांडेय, गोपाल राय और आशुतोष जैसे प्रमुख नेताओं ने सम्मेलन से दूरी बनाए रखी। बड़ी बात यह है कि आधिकारिक रूप से पार्टी भी इस मामले पर बोलने को तैयार नहीं है।

दरअसल, पार्टी में विश्वास को लेकर जमकर विरोध चल रहा है, जो कई बार सामने भी आ चुका है। अमानतुल्ला के बाद दिलीप पांडेय, दीपक वाजपेयी, विकास योगी और वंदना समेत कई अन्य ने खुलकर इस पर अपनी बात रखी है। वहीं, विश्वास भी इशारे-इशारे में चार-पांच लोगों के पार्टी पर हावी होने की बात कहते रहे हैं। 

यह भी पढ़ें: कपिल ने केजरीवाल को घेरा, विधामसभा के पटल पर सबूत रखने की मांगी अनुमति

यह भी पढ़ें: विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर भड़की भाजपा, दिल्ली सरकार पर लगाए गंभीर आरोप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.