जाट आंदोलनः पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कबूला- 'हरियाणा में हालात बेकाबू'
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जाट आरक्षण की मांग को लेकर बढ़ती हिंसा पर चिंता जताते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनके साथ हरियाणा प्रदेश के कांग्रेसी नेता भी धरने पर बैठे हैं।
नई दिल्ली। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जाट आरक्षण की मांग को लेकर बढ़ती हिंसा पर चिंता जताते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
जागरण से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हालात बेकाबू हो गए हैं। कुछ असामाजिक ताकतें सामाजिक ताने-बाने को तोड़ना चाहती हैं। प्रजातंत्र में आंदोलन करना-हक़ की मांग करना सबका अधिकार है।
सरकार को आरक्षण के आंदोलन की वजह तलाशनी होगी। मेरे दिल में भी कई सवाल हैं, लेकिन आज मैं सवाल नहीं करूंगा। जो आंदोलन को हिंसक बना रहे हैं उन पर कार्रवाई हो। शांति कायम होनी चाहिए। दिल्ली में पानी संकट गहराता जा रहा है। इसका हल निकलना जरूरी है।
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उन्होंने कल कहा था, 'मैं हरियाणा की शांति के लिए भूख हड़ताल पर जा रहा हूं। मैं सभी से अपील करता हूं कि हरियाणा में शांति बनाये रखें।'
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यहां पर याद दिला दें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रोहतक में भूख हड़ताल करने चाहते थे, लेकिन उन्हें वहां पर अनुमति नहीं मिली, इसलिए आज जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
कल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने जाट हिंसा पर चिंता जताते हुए पहले ही सभी दलों से अपील की थी कि इसे राजनीतिक मुद्दा ना बनाएं। इस वक्त सभी दलों को साथ मिलकर आना चाहिए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के बार- बार अपील करने की बाद भी कई शहरों में हिंसा अभी भी जारी है। आगजनी की घटनाएं भी बढ़ी है। जाट हिंसा में अबतक 11 लोगों के मारे जाने की खबर है।