केजरीवाल का 'सम्मान' भी मुश्किल में, पूर्व AAP नेता ने लगाया संगीन आरोप
AAP के एक पूर्व नेता सुनील लाल ने अरविंद केजरीवाल को 2006 में मिले मैग्सेसे अवार्ड पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उठती बगावत कम होती नहीं दिख रही है। दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने जहां पहले ही केजरीवाल के खिलाफ झंडा बुलंद किया हुआ है।
इस बीच AAP के एक पूर्व नेता सुनील लाल ने अरविंद केजरीवाल को 2006 में मिले मैग्सेसे अवार्ड पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। इतना ही नहीं, सुनील लाल ने रोम की मैग्सेसे फाउंडेशन को एक पत्र लिखकर इसको वापस लेने की मांग कर डाली है।
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बताया जाता है कि सुनील लाल ने पत्र लिखकर मांग की है कि अरविंद केजरीवाल को जो मैग्सेसे अवार्ड दिया गया था उसको वापस लिया जाए।
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यहां पर बता दें कि कि अरविंद केजरीवाल को रोम मैग्सेसे अवार्ड सूचना के अधिकार लागू कराने और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए वर्ष 2006 में दिया गया था।
कहा यह भी जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल को ‘परिवर्तन’ नाम की एनजीओ के अध्यक्ष होने के नाते किए गए कार्यों के लिए रोम मैग्सेसे अवार्ड के लिए चयनित किया गया था।
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यहां पर बता दें फिलहाल आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल वर्ष 2006 में रमन मैग्सेस पुरस्कार एमर्जिंग लीडरशिप (अनपेक्षित नेतृत्व) के लिए दिया गया था।
रमन मैग्सेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award)
यह पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों और संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है। इसे एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है। यह रमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउन्डेशन द्वारा फ़िलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैग्सेसे की याद में दिया जाता है।
जानिये क्या है रमन मैग्सेसे अवार्ड
रमन मैग्सेसे पुरस्कार न्यूयॉर्क स्थित 'रॉकफेलर ब्रदर्स फंड' के ट्रस्टियों द्वारा 1957 में स्थापित किया गया। फिलिपिन्स की सरकार की सहमति से वहां के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैग्सेस की स्मृति में यह पुरस्कार शुरू किया गया, ताकि उनकी आम जनता की साहसपूर्वक सेवा, लोकतांत्रिक समाज में व्यावहारिक आदर्शवादिता एवं निर्मल सरकारी चरित्र की याद को ताजा रखा जा सके।