भारत की युवा ब्रिगेड थामेगी नामीबिया का ड्रीम रन
ग्रुप चरण में दबदबा बनाने वाली भारतीय टीम शनिवार को आइसीसी अंडर-19 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में उस नामीबियाई टीम से भिड़ेगी, जो अपने स्वप्निल सफर पर है। अभी तक अजेय रही भारत की युवा ब्रिगेड ने ग्रुप 'डी' में शानदार प्रदर्शन करते हुए आयरलैंड, न्यूजीलैंड और नेपाल को
फातुल्ला। ग्रुप चरण में दबदबा बनाने वाली भारतीय टीम शनिवार को आइसीसी अंडर-19 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में उस नामीबियाई टीम से भिड़ेगी, जो अपने स्वप्निल सफर पर है। अभी तक अजेय रही भारत की युवा ब्रिगेड ने ग्रुप 'डी' में शानदार प्रदर्शन करते हुए आयरलैंड, न्यूजीलैंड और नेपाल को शिकस्त दी थी और एक बार फिर वह जीत की प्रबल दावेदार होगी।
तीन बार का चैंपियन भारत हालांकि नामीबिया को हल्के में नहीं ले सकता, जिसने गत चैंपियन दक्षिण अफ्रीका को बाहर का रास्ता दिखाया है। किसी ने नहीं सोचा था कि नामीबिया की टीम नॉकआउट चरण तक का सफर पूरा करेगी। लेकिन इस अफ्रीकी देश ने पहले स्कॉटलैंड को अपना शिकार बनाकर और फिर दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को विश्व कप से बाहर कर सारी अटकलों को झूठा साबित कर दिया। हालांकि अपने अंतिम लीग मैच में उसे बांग्लादेश के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा, जिससे वह ग्रुप 'ए' में मेजबान टीम के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
- शानदार फॉर्म में भारतीय:
कागजों पर भारतीय टीम मज़बूत नजर आती है और उसे नामीबिया को हराने में अधिक परेशानी नहीं होनी चाहिए। भारतीय कप्तान इशान किशन ने पहले दो मैचों में विफल रहने के बाद नेपाल के खिलाफ 40 गेंद में 52 रन की पारी खेली थी। उनके साथी सलामी बल्लेबाज ऋषभ पंत शानदार फॉर्म में हैं और उन्होंने नेपाल के खिलाफ 24 गेंद में 78 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। भारत को सरफराज खान से भी काफी उम्मीदें हैं, जिन्होंने तीन मैचों में दो अर्धशतक जड़े हैं। गेंदबाजी में मध्य प्रदेश के अवेश खान ने अभी तक शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 की औसत और 3.21 के इकोनॉमी रेट से नौ विकेट चटकाए हैं।
- नामीबिया के पास खोने को कुछ नहीं:
दूसरी तरफ नामीबिया के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है और ये टीम भारत के खिलाफ निर्भीक होकर खेल सकती है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के बाद नामीबिया का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है, लेकिन टीम बांग्लादेश के खिलाफ लचर प्रदर्शन को पीछे छोड़ना चाहेगी, जिसमें वह 65 रन पर ढेर हो गई थी और उसे बाद में आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।