सुपर ओवर से हुआ फैसला, राजस्थान को मिली पहली हार
ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों से सजी दो टीमें राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मंगलवार को आइपीएल के आठवें सत्र का सबसे रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसका फैसला सुपर ओवर में जाकर हुआ। अतिरिक्त ओवर तक खिंचे इस मुकाबले में आखिरकार बाजी किंग्स इलेवन पंजाब ने मारी और राजस्थान रॉयल्स
अहमदाबाद। ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों से सजी दो टीमें राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मंगलवार को आइपीएल के आठवें सत्र का सबसे रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसका फैसला सुपर ओवर में जाकर हुआ। अतिरिक्त ओवर तक खिंचे इस मुकाबले में आखिरकार बाजी किंग्स इलेवन पंजाब ने मारी और राजस्थान रॉयल्स का पांच मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला थम गया। पंजाब ने सुपर ओवर में दो विकेट पर 15 रन बनाए, जिसके जवाब में राजस्थान ने तीसरी ही गेंद पर अपना दूसरा विकेट गंवाने के साथ मैच गंवा दिया।
इससे पहले, राजस्थान ने अजिंक्य रहाणे की 54 गेंदों पर छह चौकों और दो छक्कों से सजी 74 रन की पारी और दूसरे सलामी बल्लेबाज कप्तान शेन वॉटसन (45) के साथ पहले विकेट के लिए निभाई गई 95 रन की तेजतर्रार साझेदारी की मदद से निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 191 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
इसके जवाब में पंजाब की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वीरेंद्र सहवाग (01) दूसरे ओवर में ही आउट हो गए। सातवें ओवर में मुरली विजय (21) के रन आउट होने के बाद अगले ही ओवर में नए बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल (01) भी चलते बने और टीम का स्कोर 59/3 हो गया। लक्ष्य हासिल कर पाना और मुश्किल नजर आने लगा। लेकिन शॉन मार्श ने 40 गेंद पर 65 रन और डेविड मिलर ने 30 गेंद पर 54 रन की धमाकेदार पारी खेलकर टीम को लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचा दिया। आखिरी ओवर में पंजाब को जीत के लिए 14 रन चाहिए थे और पारी की आखिरी गेंद पर अक्षर पटेल ने चौका लगाकर स्कोर बराबर कर मैच को सुपर ओवर में धकेल दिया।
पंजाब के कार्यवाहक कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने टॉस जीतने के बाद राजस्थान को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया, जिसे राजस्थान की सलामी जोड़ी शेन वॉटसन और रहाणे ने हाथों हाथ लिया। दोनों ने 11.3 ओवर में 95 रन की साझेदारी करके अपनी टीम को तूफानी शुरुआत दिलाई। शुरुआत में रहाणे तेजी से रन बटोर रहे थे, जबकि वॉटसन शांत खड़े थे। सात ओवर की समाप्ति पर बोर्ड पर 50 रन टंगे थे। इसमें रहाणे का 21 गेंद पर 32 रन का योगदान था, जबकि वॉटसन ने तब तक इतने ही गेंदों पर केवल 12 रन बनाए थे। इसके बाद वॉटसन ने अपना हुनर दिखाया और मैदान के चारों तरफ जोरदार प्रहार करते हुए फटाफट रन बटोरे। दस ओवर की समाप्ति पर बोर्ड पर 90 रन टंग गए। अब 30 गेंदों पर रहाणे 40 रन बनाकर खड़े थे, जबकि वॉटसन ने इतने ही गेंदों में 43 रन बटोर लिए थे। वॉटसन पंजाब को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाते इससे पहले अक्षर पटेल ने उन्हें साहा के हाथों स्टंप आउट करा दिया।
लेकिन रहाणे अपना विकेट देने को तैयार नहीं थे। उन्होंने दूसरे छोर पर खड़े रहते हुए टूर्नामेंट में लगातार तीसरा अर्धशतक पूरा किया। नए बल्लेबाज दीपक हुड्डा (19) ने भी आते ही दो छक्के लगाकर रनगति को गिरने नहीं दिया। 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर वह आउट हुए, उस वक्त टीम का स्कोर 136/2 हो चुका था। यहां से स्टीवन स्मिथ (00), रहाणे, फॉकनर (01) और करुण नायर (25) के विकेट लगातार अंतराल पर गिरने की वजह से राजस्थान 200 रन के स्कोर को पार नहीं कर सका। 18वें ओवर में आउट होने से पहले रहाणे ने 54 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए। नायर ने भी 13 गेंदों पर 25 रन की तेज पारी खेली।