विराट का अपना क्लास पर डिविलियर्स विशेष: ताहिर
पाकिस्तान में जन्मे और वहां घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद इंग्लैंड में क्लब क्रिकेट खेलने और 32 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीकी टीम से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश करने वाले स्पिनर इमरान ताहिर ने विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की जमकर तारीफ की, लेकिन अपने वनडे कप्तान को सर्वश्रेष्ठ
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। पाकिस्तान में जन्मे और वहां घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद इंग्लैंड में क्लब क्रिकेट खेलने और 32 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीकी टीम से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश करने वाले स्पिनर इमरान ताहिर ने विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की जमकर तारीफ की, लेकिन अपने वनडे कप्तान को सर्वश्रेष्ठ बताया। दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेल रहे इस लेगब्रेक गुगली गेंदबाज ने दैनिक जागरण से बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :-
- भारत और दक्षिण अफ्रीका के वनडे कप्तान विराट और डिविलियर्स एक साथ आरसीबी में हैं। इन दोनों में बेहतर कौन है?
-मैं इन दोनों को अपनी लिस्ट में टॉप में रखूंगा, लेकिन डिविलियर्स विशेष हैं। विराट का अपना क्लास है और उनका मैं सम्मान करता हूं। उन्होंने पूरी दुनिया में यह साबित किया है कि वह कहीं भी रन बना सकते हैं। इसके लिए मेरे पास शब्द भी नहीं हैं। विराट ने इतनी कम उम्र में जो कर दिखाया है वह सचिन तेंदुलकर को छोड़कर किसी ने नहीं किया। मैं उनको बड़ा क्लास बल्लेबाज मानता हूं, वेलडन। यह बड़ी उपलब्धि है लेकिन फिर भी मेरे लिए इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर डिविलियर्स ही हैं।
-दिल्ली के कप्तान जहीर और मेंटर राहुल के बारे में क्या कहेंगे?
-ये दोनों नाम किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनका खुद ही क्रिकेट में बड़ा नाम है और इतने बड़े लोगों के साथ क्रिकेट खेलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। द्रविड लीजेंड हैं और उनसे हमें बहुत कुछ सीखना चाहिए। यह हमारा सबसे बड़ा सकारात्मक पहलू है।
-दिल्ली ने अब तक पांच में से तीन मैच जीते हैं। टीम के प्रदर्शन को कैसे आंकते हैं?
-मेरे हिसाब से तो हम अच्छा कर रहे हैं। हमने जो कठिन परिश्रम किया है वह सामने दिखाई दे रहा है। अब लोग हमें हल्के में नहीं लेंगे। पिछले मैच में एक मौके पर हम जीत से काफी दूर थे लेकिन आखिर में एक रन से हारे। मौरिस ने अविश्वसनीय खेल दिखाया। टी-20 क्रिकेट ऐसा है ही है। इसका कुछ पता नहीं है। दो ओवर में खेल बदल जाता है। उस हार में भी हमारी जीत थी, क्योंकि हम लड़ाई को इतना करीब ले गए।
-क्या अब मौरिस पूर्ण ऑलराउंडर बन गए हैं?
-वह मेरे साथ दक्षिण अफ्रीकी टीम के सदस्य हैं। उन्होंने खुद को विश्व का शीर्ष ऑलराउंडर साबित किया है। इंग्लैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में वांडरर्स में हुए वनडे में उन्होंने 30 गेंद में 60 रन ठोक कर हमें हारा हुआ मैच जिता दिया था। वह भी इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ आक्रमण के सामने।
-साढ़े आठ करोड़ के नेगी क्या दिल्ली की कमजोर कड़ी बन गए हैं?
-हमारे कोच ही इस बारे में बेहतर बता सकते हैं। वह प्रतिभाशाली क्रिकेटर है, क्योंकि भारत में किसी क्रिकेटर के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं है। अगर उनको लिया है तो उनसे अच्छे प्रदर्शन की ही उम्मीद होगी। मैं भी डेयरडेविल्स का सदस्य होने के नाते उनसे अच्छे प्रदर्शन की ही उम्मीद करता हूं।
-विकेट लेने के बाद आपका जश्न मनाने का तरीका चर्चा का विषय है। ऐसे क्यों भागते हैं?
-मैं खुद इसका जवाब आजतक नहीं ढूंढ़ पाया हूं। ये स्वभाविक हैं क्योंकि मैं क्रिकेट को लेकर पैशनेट हूं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए मैंने 15 साल इंतजार किया है। ये वही खुशी है जो सामने आ जाती है। जब 20 दर्शकों की उपस्थिति में मैं इंग्लैंड में क्लब क्रिकेट में विकेट लेता था तो भी मैं ऐसे ही जश्न मनाता था। मेरे लिए ये बड़े सम्मान की बात है कि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलकर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में खेल रहा हूं। बड़े क्रिकेटरों के बीच खेलकर विकेट ले रहा हूं। मेरी समझ में ऐसा करना चाहिए। मैं जानबूझकर ऐसा नहीं करता, बस हो जाता है।
-भारत के बारे में क्या कहेंगे?
-मैं तीन साल से यहां खेल रहा हूं। बोली, भाषा और संस्कृति एक जैसी है। मुझे तो यहां बड़ा मजा आता है। ऐसा लगता ही नहीं कि किसी दूसरे देश में हूं। लगता है कि यहीं पढ़ा-बढ़ा हूं। मैं भारतीयों को धन्यवाद कहना चाहता हूं क्योंकि वे क्रिकेट को जिस तरह का समर्थन करते हैं वो मैंने कही और नहीं देखा।
-हाल में जैक्स कैलिस ने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में अश्वेतों को जरूरी प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर सरकार की सख्ती के खिलाफ ट्वीट किया। बहुत बवाल हुआ?
-मुझे इस बारे में पता नहीं है, लेकिन वह जैक्स कैलिस हैं। वह ऐसा कर सकते हैं।