मिगनान डु प्रीजः दक्षिण अफ्रीकी महिला क्रिकेट के लिए प्रेरणास्त्रोत
मिगनान डु प्रीज....ये हैं दक्षिण अफ्रीकी महिला क्रिकेट टीम की उस कप्तान का जो न जाने क्रिकेट की ओर रुझान रखने वाली कितनी महिलाओं के लिए आज प्रेरणा बन चुकी हैं। उनके हिसाब से क्रिकेटर बनना महज एक संयोग था। प्रीज का जन्म प्रिटोरिया में हुआ था। प्रीज एक खूबसूरत
नई दिल्ली। मिगनान डु प्रीज....ये हैं दक्षिण अफ्रीकी महिला क्रिकेट टीम की उस कप्तान का जो न जाने क्रिकेट की ओर रुझान रखने वाली कितनी महिलाओं के लिए आज प्रेरणा बन चुकी हैं। उनके हिसाब से क्रिकेटर बनना महज एक संयोग था। प्रीज का जन्म प्रिटोरिया में हुआ था। प्रीज एक खूबसूरत और बेहतरीन खिलाड़ी हैं। इन्होंने 25 साल की उम्र में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था। प्रीज ने सभी चुनौतियों को सहजता से स्वीकार किया है। प्रीज क्रिकेट खेलें यह फैसला उनके पिता का था। 2007 में नीदरलैंड के खिलाफ मिगनान डु प्रीज ने जोहमारी लोगटेनबर्ग के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 224 रनों की साझेदारी निभाई थी। महिला एकदिवसीय अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला था। विज्डन इंडिया के साथ बात करते हुए साउथ अफ्रीकी महिला टीम के कप्तान मिगनान डु प्रीज ने महिला क्रिकेट और भविष्य की संभावनाओं पर बात की। उन्होंने अपने क्रिकेट के कई बेहतरीन अनुभवों को भी शेयर किया हैः
प्र. आपने पहली बार क्रिकेट कब खेला?
मिगनान डु प्रीजः मैंने पहली बार महज चार साल की आयु में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। यह एक संयोग ही था। मेरा भाई एक मिनी क्रिकेट टूर्नामेंट में खेल रहा था और मेरे पिता अंडर-7 क्रिकेट टीम के कोच थे। अपने भाई को सपोर्ट करने लिए मैं उसका खेल देखने जाया करती थी। मैं हमेशा टीम की टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहन कर जाती थी। एक दिन टीम का एक लड़का नहीं आया था तो मेरे पापा ने मुझे उसके स्थान पर खेलने को कहा और मैच के अंत में मुझे बेस्ट बैट्सवूमैन ऑफ द डे से सम्मानित किया गया था। उस दिन से मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मैं पूरी तरह से क्रिकेट को प्यार करने लगी थी।
प्र. आपने मात्र 12 साल की छोटी सी उम्र में ही दोहरा शतक मारा था। वह कैसा अनुभव था?
मिगनान डु प्रीजः मैंने एक क्षेत्रीय मैच में 16 छक्के और 28 चौकों की मदद से 258 रन बनाए थे। यह बहुत हास्यास्पद वाक्या है कि मैं उस दिन के खेल में शामिल नहीं होने वाली थी पर किसी ने अपना नाम वापस ले लिया। इस वजह से मुझे यह सूचना मैच के पहले मिल गई थी। शायद यह मेरे जीवन और करियर का सबसे खास दिन था।
प्र. आपने कहा था कि आप एक कप्तान के रूप में नर्वस थी। क्या कभी टीम की कप्तानी ने आपके खेल को प्रभावित किया है?
मिगनान डु प्रीजः पिछले साल विश्व कप के दौरान, एक कप्तान होने के नाते मुझे लगता था कि मैं किसी प्रमुख टूर्नामेंट में अपने हुनर का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पा रही हूं। शुरू में मैं पूरी स्वतंत्रता के साथ खेलती थी और अच्छे–अच्छे शॉट भी लगाती थी। मैं बल्लेबाजी का आनंद उठाती थी। यह मेरे लिए बहुत स्वाभाविक था। अब बिलकुल अलग है। हमलोग अलग तरह के कोच के साथ काम कर रहे हैं। हम एक राष्ट्रीय अकादमी के हिस्सा हैं। इसलिए मुझे एक क्रिकेटर के रूप में खुद का विकास करना है। मैं कोशिश कर रही हूं कि लोग यह न कहे कि मैं टीम में इसलिए हूं क्योंकि मैं कप्तान हूँ। पिछले दो महीनों में मैंने बेहतर प्रदर्शन किया है।
प्र. महिला क्रिकेट में प्रगति को आप किस तरह से देखती हैं?
मिगनान डु प्रीजः व्यावसायिकरण के कारण बहुत सारी चींजे काफी तेजी से बदल रही है। महिला खिलाड़ियों ने बहुत सारे सपने देख रखे हैं। मुझे लगता है कि हम इस दिशा में आगे बढ़ेंगे। पिछले साल छह लड़कियों का एक साथ कांट्रेक्ट हुआ था जो इस साल बढ़कर 14 पहुंच गया है। उम्मीद करती हूं कि आने वाले समय में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। अपने खेल के जरिए हम और ज्यादा से ज्यादा स्पोंसर को आकर्षित कर सकते हैं। इसके अलावा हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का सीधा प्रसारण किया जा रहा था। यह सही दिशा में एक और कदम है। आशा करती हूं कि हमलोग ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को खेल के प्रति आकर्षित कर सकते हैं।