पर्थ को पस्त करके अंतिम चार में जगह बनाने उतरेंगे सुपरकिंग्स
गुरुवार को लाहौर लायंस के खिलाफ होने वाला मुकाबला बारिश की वजह से रद्द होने से निराश चेन्नई सुपरकिंग्स की नजर अब पर्थ स्कॉर्चर्स पर
बेंगलुरू। गुरुवार को लाहौर लायंस के खिलाफ होने वाला मुकाबला बारिश की वजह से रद्द होने से निराश चेन्नई सुपरकिंग्स की नजर अब पर्थ स्कॉर्चर्स पर होगी। धौनी की अगुआइ वाली चेन्नई की टीम शनिवार को होने वाले इस मैच में पर्थ को पस्त करके अंतिम-4 में अपनी जगह बनाने का प्रयास करेगी। बेंगलुरू में शनिवार के मौसम की खबरें तो ज्यादा सकारात्मक नहीं आ रही हैं, जिसको लेकर दोनों टीमों के कप्तान चिंतित रहेंगे। शनिवार के मैच के दौरान तूफान और बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
- इन सुपरकिंग्स पर टिकी हैं उम्मीदेंः
धौनी को सबसे ज्यादा अपने जिस खिलाड़ी से उम्मीद होगी वो हैं उनके मिडिल ऑर्डर के धुआंधार बल्लेबाज व डॉल्फिंस के खिलाफ अपने पिछले मुकाबले में 43 गेंदों पर 90 रनों की पारी खेलने वाले सुरेश रैना। वहीं, पिछले दो मैचों में फ्लॉप साबित होने वाले कैरेबियाई ओपनर ड्वेन स्मिथ को भी अपने खेल में सुधार करके वापसी करनी होगी और उनके बल्ले का चलना अहम साबित हो सकता है। टीम के लिए अच्छी बात ये है कि न्यूजीलैंड के धुरंधर खिलाड़ी ब्रैंडन मैकुलम ने डॉल्फिंस के खिलाफ 49 रनों की धुआंधार पारी खेलकर वापसी के संकेत दे दिए थे। चेन्नई के तेज गेंदबाजों में मोहित शर्मा, आशीष नेहरा और ड्वेन ब्रावो ने पिछले प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया था लेकिन डॉल्फिंस के खिलाफ महज एक विकेट लेने वाले स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से फैंस और कप्तान धौनी को और ज्यादा उम्मीदें होंगी।
- ये हैं पर्थ स्कॉर्चर्स के खास धुरंधरः
पर्थ की टीम के पास उनकी टीम में ब्रैड हॉग और यासिर अराफात के रूप में कुछ अनुभव जरूर मौजूद है। स्कॉर्चर्स की नजरें अपने ओपनर सिमंस और कप्तान वोजेस पर सबसे ज्यादा टिकी रहेंगी जिन्होंने पिछले मैच में कोलकाता के खिलाफ शानदार शुरुआत दी थी और 9 ओवरों में 68 रन बनाए थे। वहीं, वोजेस पिछले मैच में अर्धशतक जड़ने के बाद अंत तक टिके रहे थे हालांकि उसके बावजूद उनकी टीम केकेआर के बल्लेबाजों के सामने टिक नहीं पाई थी। ऐसे में उनके गेंदबाज सैम व्हाइटमैन, जोल पेरिस और जेसन बेहरेनडॉर्फ जिन्होंने पिछले मैचों में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था, उन्हें अपनी कमर एक बार फिर कसनी होगी।
- ऐसी है ग्रुप की स्थितिः
महेंद्र सिंह धौनी की अगुआइ वाली चेन्नई की टीम फिलहाल तीन मैचों में छह अंकों के साथ अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर है जबकि लाहौर की टीम को कल का मैच रद्द होने के बाद अपने पहले अंक मिले और उनके दो ही अंक हैं। चेन्नई ने अपना पहला मैच केकेआर के खिलाफ गंवाया था लेकिन फिर दक्षिण अफ्रीकी चैंपियन टीम डॉल्फिंस के खिलाफ उन्होंने दमदार जीत के साथ वापसी की थी। वहीं, डॉल्फिंस की टीम अभी तक दो मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। अब जब कोलकाता ग्रुप-ए में से पहले ही क्वॉलीफाई कर चुकी है और स्कॉर्चर्स को दो मैचों में सिर्फ एक जीत मिली है, ऐसे में लाहौर और डॉल्फिंस को अपने-अपने मैचों में पूरा जोर लगाकर खेलना होगा अगर उन्हें अपने अभियान में कोई नया सकारात्मक ट्विस्ट चाहिए तो।