इनके साथ हुआ कुछ ऐसा, सफलता के बावजूद नहीं आई मुस्कान
चेन्नई सुपरकिंग्स के शानदार कैरेबियाई ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने आइपीएल-8 टूर्नामेंट में सर्वाधिक 26 विकेट लेकर पर्पल कैप का खिताब जीता। उनकी इस सफलता के बावजूद उनके चेहरे पर जरा भी खुशी नजर नहीं आई। अगर आपका मानना है कि फाइनल में मुंबई के खिलाफ चेन्नई को मिली हार इसकी
कोलकाता। चेन्नई सुपरकिंग्स के शानदार कैरेबियाई ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने आइपीएल-8 टूर्नामेंट में सर्वाधिक 26 विकेट लेकर पर्पल कैप का खिताब जीता। उनकी इस सफलता के बावजूद उनके चेहरे पर जरा भी खुशी नजर नहीं आई। अगर आपका मानना है कि फाइनल में मुंबई के खिलाफ चेन्नई को मिली हार इसकी वजह थी, तो आपको बता दें कि ये पूरा सच नहीं था।
दरअसल, ब्रावो के साथ एक अनोखा और अनचाहा संयोग हुआ है। ब्रावो ने इससे पहले 2013 आइपीएल में भी सर्वाधिक 32 विकेट लेकर पर्पल कैप का खिताब जीता था, उस दौरान भी चेन्नई और मुंबई के बीच कोलकाता के इडेन गार्डन स्टेडियम पर फाइनल मुकाबला हुआ था और उस मैच में भी मुंबई ने चेन्नई को मात देकर खिताब अपने नाम किया था। दोनों ही बार ब्रावो टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज साबित हुए लेकिन दोनों ही बार एक ही टीम (मुंबई) ने उनकी इस खुशी को दोगुनी होने से रोक दिया।