'फिल्म स्क्रिप्ट की तरह थी युवी व धौनी की पारी'
अगर यह सच में नहीं हुआ होता, तो शायद आपको यही लगता कि युवराज सिंह और एमएस धौनी को हम किसी फिल्म में देख रहे हैं।
(हर्षा भोगले का कॉलम)
अगर यह सच में नहीं हुआ होता, तो शायद आपको यही लगता कि युवराज सिंह और एमएस धौनी को हम किसी फिल्म में देख रहे हैं। शायद ही कभी कोई साझेदारी दिल के इतने करीब होती है, जितनी की यह थी। युवराज और धौनी को लेकर वैसे ही खुशियां मनाई जा रही थीं, जैसी परदे पर पहले से लिखी गई स्क्रिप्ट के फिल्मी सितारों को देखकर मनाई जाती हैं। यह बहुत ही वास्तविक था। अगर भावनात्मक रूप से प्रशसंक कोई परिणाम चाहते हैं तो वह यही है।
इस तरह से कटक में हुए मैच से खेल का स्तर काफी ज्यादा उठ गया। दो खिलाड़ी जिन्होंने ढेर सारी खुशियां दीं और जिनके प्रशंसक मन ही मन यह सोच कर डरने लगे थे कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हम देख चुके हैं, उन्होंने कल्पना से खूबसूरत बल्लेबाजी की। यहां धौनी गेंद को इधर-उधर मार कर रन के लिए दौड़ रहे थे और अपने पूरे शरीर का इस्तेमाल कर शॉट लगा रहे थे। जब धौनी गेंद को हिट करते हैं, तो यह एक हैवीवेट मुक्केबाज के जैसा शक्तिशाली पंच होता है। इसमें इतनी शक्ति होती है कि विपक्षी मुक्केबाज धराशायी हो जाता है।
दूसरी तरफ ज्यादा फिट युवराज शुरुआत से खूबसूरती से बल्लेबाजी करते रहे हैं। ऐसा लगता है कि एक्सप्रेसवे पर कोई शानदार कार तेजी से जा रही है। जब वह फॉर्म में होते हैं (अगर ईमानदारी से कहें तो हम में से बहुत से लोग यही सोच चुके थे कि उनका समय बीत चुका है) तो वह आप पर हमला नहीं करते, बल्कि आपको हैरान कर देते हैं। स्टोक्स पर ऑफ साइड से मारा गया छक्का ऐसा शॉट था, जिसके बारे में बाकी खिलाड़ी यही सोचेंगे कि इसे खेलना बेवकूफी होगी, क्योंकि इसके लिए बहुत ही ज्यादा काबिलियत चाहिए।
कटक में खेला गया मुकाबला एक क्रिकेट मैच से कहीं ज्यादा था। यह एक ऐसी फिल्म की स्क्रिप्ट थी, जिसे हम में से हर कोई अपनी जिंदगी में कभी न कभी देखना चाहता है।