विराट ने अपने क्रिकेट कौशल को और निखारा
विराट कोहली ने ईडन गार्डेस में जिस तरह से पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई की वह काबिले तारीफ है। उन्होंने अपनी शानदार पारी से ईडन ही नहीं पूरे देश को बाग-बाग कर दिया। इसके लिए उनका काफी गुणगान किया जा रहा है। क्रिकेट पंडित उन्हें कई तरह की उपमाओं से नवाज
(के.श्रीकांत का कॉलम)
विराट कोहली ने ईडन गार्डेस में जिस तरह से पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई की वह काबिले तारीफ है। उन्होंने अपनी शानदार पारी से ईडन ही नहीं पूरे देश को बाग-बाग कर दिया। इसके लिए उनका काफी गुणगान किया जा रहा है। क्रिकेट पंडित उन्हें कई तरह की उपमाओं से नवाज चुके हैं, इसलिए उनके लिए कोई नया विशेषण ढूंढना शायद ठीक नहीं होगा। साफ है कि कोहली ने अपने क्रिकेट कौशल को और बेहतर कर लिया है।
मैंने अपने करियर में तीन क्रिकेटरों को सबसे ज्यादा पसंद किया है। यह हैं गुंडप्पा विश्वनाथ, विवियन रिचर्ड्स और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर। इन तीनों में विषम परिस्थितियों में भी खुद को दूसरों पर हावी करने की अद्भुत क्षमता थी। कोहली ने भी बड़ी चतुराई और शानदार तरीके से खुद को इस श्रेणी में शामिल कर लिया है।
मैच के दौरान बहुत से ऐसे पल आए जहां वह सबसे जुदा नजर आए। इनमें मुहम्मद आमिर के खिलाफ कलाइयों से खेला गया शानदार कवर ड्राइव। शाहिद अफरीदी के खिलाफ एक्सट्रा कवर ड्राइव देखने लायक थे। इस तरह के विशेष शॉट खेलना उनकी अद्भुत प्रतिभा को दर्शाता है। इस तरह के शॉट का चयन कर वह अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर का ही अनुसरण कर रहे हैं।
ईडन का ट्रैक बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं था, लेकिन कोहली ने जिस शानदार ढंग से यहां लंबे और बेहतरीन शॉट खेले वे गजब के थे। टी-20 में अगर लक्ष्य का पीछा करते हुए सौ से अधिक औसत से रन बनाने में अगर ब्रैडमैन होते तो वह भी गर्व महसूस करते। इस जीत के साथ ही भारत ने टूर्नामेंट में वापसी की है। अब वह बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में बढ़े मनोबल के साथ बड़ी जीत के इरादे से उतरेगा। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसे वहीं लय बरकरार रखनी होगी। पाकिस्तान ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाया, लेकिन विश्व कप में भारत के खिलाफ जीत न पाने का मिथक वह तोड़ नहीं पाया।
(टीसीएम)