अति आत्मविश्वास से बचना होगा श्रीलंका को
गत चैंपियन श्रीलंका गुरुवार को टी-20 विश्व कप में कोलकाता में अपने खिताब की रक्षा का अभियान अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले के साथ करेगा। टी-20 विश्व कप में भारत की तरह उनके लिए भी यह मुकाबला आसान नहीं होगा। अफगानिस्तान इस समय रोमांचक क्रिकेट खेल रहा है और उनके खेल
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
गत चैंपियन श्रीलंका गुरुवार को टी-20 विश्व कप में कोलकाता में अपने खिताब की रक्षा का अभियान अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले के साथ करेगा। टी-20 विश्व कप में भारत की तरह उनके लिए भी यह मुकाबला आसान नहीं होगा। अफगानिस्तान इस समय रोमांचक क्रिकेट खेल रहा है और उनके खेल को लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। उनकी बल्लेबाजी के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, वे दूसरों से मैच छीनने का भी दम रखते हैं और कभी भी ढेर हो सकती है। हालांकि गेंदबाजी में उनके पास नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। उनके स्पिनर्स भी शीर्ष स्तरीय हैं। अफगानिस्तान की फील्डिंग भी काफी सुधरी है और अगर गेंदबाज अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हैं, तो उन पर दबाव कम रहेगा।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी सबसे पहले यही सुनिश्चित करते हैं कि उनके गेंदबाज कैच छूटने या रन आउट से चूकने के बाद बिना भावनाएं दिखाए अगली गेंद फेंकते हैं। इससे फील्डिंग में चूकने वाले खिलाड़ी पर दबाव नहीं बनता। जरा सोचिए कि अगर कोई गेंदबाज फुल टॉस फेंकता है और उस पर छक्का पड़ जाता है और फील्डर उसे सुनाने लगे तो? क्रिकेट एक टीम गेम है और हर खिलाड़ी को अपनी कोशिश करनी चाहिए और साथियों का हौसला बढ़ाना चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई टीम के मजबूत दिखने का एक कारण यह भी है। अब बहुत सी टीमें उनका तरीका अपना रही हैं, लेकिन अफगानिस्तान अंतररराष्ट्रीय क्रिकेट में अभी भी नया है, इसलिए उन्हें चीजों से तालमेल बैठाने में थोड़ा समय लगेगा।
श्रीलंका की कमान नए कप्तान एंजेलो मैथ्यूज के हाथों में है। उन्हें बल्ले से आगे बढ़कर नेतृत्व करने की जरूरत है। वह गेंद को अच्छे ढंग से हिट कर सकते हैं, जिससे श्रीलंकाई टीम बड़ा स्कोर बना सकेगी। उनकी टीम लसिथ मलिंगा और रंगना हेराथ के अनुभव पर भी निर्भर होगी और वे अफगानिस्तान को कम स्कोर पर रोकना चाहेंगे। दो साल पहले कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ी टीम में थे, तब इस मुकाबले में निश्चित तौर पर श्रीलंका का पलड़ा भारी होता। लेकिन आज ऐसा नहीं है, अफगान खिलाडि़यों के खेल में सुधार हुआ है और अब अनुभव भी उनके पास है। नागपुर में जैसा भारत के साथ हुआ, उसे देखते हुए अच्छा होगा कि श्रीलंका लापरवाही न बरते।
(पीएमजी)
- आमने-सामने
00 मैच खेला है टी-20 अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका और अफगानिस्तान ने
80 मैच खेले हैं श्रीलंका ने अभी तक। जिसमें 46 जीते, 33 हारे और एक बेनतीजा रहा
44 मैच खेले हैं अफगानिस्तान ने, जिसमें 28 जीते और 16 में हार मिली है