कोहली ने किया सीना गर्व से चौड़ा
विराट कोहली की छवि एक ऐसे जोशीले युवा की है, जो भावुक है और अपने दिल की बात सुनकर उसे जाहिर करने में झिझकता नहीं है। लेकिन यह उस खिलाड़ी की पूरी तस्वीर बयां नहीं करता, जो तकरीबन पिछले एक साल से न सिर्फ युवा भारत की दिल की धड़कन
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
विराट कोहली की छवि एक ऐसे जोशीले युवा की है, जो भावुक है और अपने दिल की बात सुनकर उसे जाहिर करने में झिझकता नहीं है। लेकिन यह उस खिलाड़ी की पूरी तस्वीर बयां नहीं करता, जो तकरीबन पिछले एक साल से न सिर्फ युवा भारत की दिल की धड़कन बन गए हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के भी सबसे अहम खिलाड़ी साबित हुए हैं। यह सही है कि मैदान में फील्डिंग करते वक्तवह कुछ ज्यादा ही जोश में रहते हैं, लेकिन जब उनके हाथ में बल्ला होता है, तो वह बेहद शांत व सोच समझकर खेलने वाले खिलाड़ी बन जाते हैं। ऐसा खिलाड़ी जो किसी भी अन्य खिलाड़ी से बेहतर तरीके से परिस्थितियों को भांपने की क्षमता रखता है।
ईडन गार्डेंस में जब लगातार दो विकेट गिर गए, तो हमें यही देखने को मिला। शायद वह अपने अच्छे दोस्त युवराज सिंह का साथ पाकर भी ज्यादा खुश हुए होंगे। युवराज ने ठीक उसी अंदाज में बल्लेबाजी की, जिसके लिए वह पिछले डेढ़ दशक से जाने जाते थे। दोनों के सामने फिर से एशिया कप जैसी स्थिति थी। कोहली ने अपनी बल्लेबाजी से पुराने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जीत दिलाकर भारतीय प्रशंसकों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। उन्होंने पिच पर खुद को शांत बनाए रखा और अपने मिडविकेट पर फ्लिक और पुल जैसे कुछ पसंदीदा शॉट नहीं खेले। उन्होंने इंतजार किया। जब उन्हें लगा कि स्थितियां नियंत्रण में हैं, तो उन्होंने फ्रंट फुट पर आकर ऑफ साइड पर शॉट लगाए। शोएब मलिक के ओवर में आक्रामक रुख अपनाने से पहले तक उन्होंने कोई जोखिम नहीं लिया। उस एक ओवर ने मैच का रुख पलट दिया।
युवराज उस समय आउट हुए, जब जीत काफी करीब दिखने लगी थी। लेकिन इससे कप्तान धौनी को अपनी छाप छोड़ने का मौका मिला। उन्होंने लंबे कद के मुहम्मद इरफान के सिर के ऊपर से छक्का जड़कर मैच भारत के नाम कर लिया। भारतीय टीम फिर से पटरी पर दिख रही है।
(पीएमजी)