तीन स्पिनरों के साथ उतरना चाहिए भारत को
एशिया कप टी-20 के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था। विश्व कप से पहले टीम इंडिया के पास अपने टीम संयोजन को परखने का एक और अच्छा मौका है। मेरी राय में भारत एशिया कप का प्रबल दावेदार है। मेरे पास इसकी कुछ वजह भी हैं।
(के श्रीकांत का कॉलम)
एशिया कप टी-20 के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था। विश्व कप से पहले टीम इंडिया के पास अपने टीम संयोजन को परखने का एक और अच्छा मौका है। मेरी राय में भारत एशिया कप का प्रबल दावेदार है। मेरे पास इसकी कुछ वजह भी हैं।
हालांकि इस प्रारूप में विजेता की भविष्यवाणी करना जोखिम भरा काम है। लेकिन कोई भी टीम एकजुटता और जुझारूपन से जीत सकती है। इतिहास यह भी बताता है कि किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर रहने से टूर्नामेंट नहीं जीते जा सकते। भारतीय टीम के शीर्ष क्रम के हरेक खिलाड़ी में यह क्षमता है कि वह अपने बूते पर मैच जिता सकता है और यही बात इस टीम को खास बनाती है। विराट कोहली की वापसी से टीम मजबूत हुई है।
टीम इंडिया की कुछ कमजोरियां भी हैं। मध्यम तेज गेंदबाजी उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। अगर हमारे स्पिनर उनकी इन कमजोरियों और त्रुटियों को छुपाने में कामयाब रहते हैं तो फिर निश्चिय ही टीम इंडिया को हराना मुश्किल होगा। अगर भारत तीन स्पिनरों और दो तेज गेंदबाजों के साथ उतरता है तो वह अपने उद्देश्य में जरूर कामयाब होगा। यह उनके लिए आदर्श स्थिति होगी।
पाकिस्तान इस प्रारूप में एक टीम के रूप में ज्यादा बेहतर है। उनकी गेंदबाजी उनका मजबूत पक्ष है। लेकिन उनके पास ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं जो विरोधियों का डटकर सामना कर सके। उनका दिन होने पर वह क्रूर हो जाते है। वहीं, शीर्ष खिलाडि़यों के संन्यास लेने से श्रीलंकाई टीम काफी मुश्किल में है। टीम का भारत दौरा साधारण रहा। हालांकि लसिथ मलिंगा और एंजेलो मैथ्यूज की वापसी से टीम होड़ में है, लेकिन मुझे नही लगता कि वह भारत को कोई चुनौती दे पाएंगे। बांग्लादेश के पिछले प्रदर्शन को देखते हुए हम उसे कम नहीं आंक सकते। इस टूर्नामेंट का विजेता विश्व विजेता बनने की दौड़ में होगा। उम्मीद है मुकाबले रोमांचक होंगे और बेहतर क्रिकेट देखने को मिलेगा।
(टीसीएम)