रैना की मौजूदगी ने टीम में भरी नई ऊर्जा
कार्डिफ में दूसरे वनडे मैच में जीत दर्ज करने के साथ भारत ने वनडे सीरीज में शानदार शुरुआत की। 21 रन पर दो विकेट की
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
कार्डिफ में दूसरे वनडे मैच में जीत दर्ज करने के साथ भारत ने वनडे सीरीज में शानदार शुरुआत की। 21 रन पर दो विकेट की स्थिति से उबरकर 304 रन का स्कोर खड़ा करना बताता है कि भारतीय टीम क्रिकेट के इस प्रारूप में ज्यादा सहज महसूस करती है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में मूल अंतर गेंद के रंग का है। सीमित ओवरों के प्रारूप में इस्तेमाल की जाने वाली सफेद गेंद मुश्किल से छह ओवर तक ही मूव करती है और इसलिए शुरुआती कुछ ओवरों के बाद गेंदबाज विकेट लेने की बजाय रन बचाने में ही लग जाता है। इसी वजह से टेस्ट मैच की तुलना में कैचिंग पोजीशन पर फील्डर भी कम होते हैं।
जबकि लाल गेंद तो 50वें ओवर में भी अच्छे ढंग से स्विंग कर सकती है। इसलिए उस समय गेंदबाजों का ध्यान रन रोकने की बजाय विकेट लेने पर होता है और इसी वजह से टेस्ट क्रिकेट में ही खिलाड़ी की योग्यता के साथ-साथ उसके धैर्य की असली परीक्षा होती है। सुरेश रैना के पास गजब का धैर्य है। उनके आने से टीम में एक नई ऊर्जा आई है। वह यहां बुरी तरह से टेस्ट सीरीज हारने वाली टीम का हिस्सा भी नहीं थे, इसलिए वह हार के बोझ को नहीं झेल रहे थे। उन्होंने अपना खेल खेला और समय आने पर गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उन्होंने कप्तान धौनी के साथ मिलकर भारत को एक अच्छा स्कोर खड़ा करने में मदद की।
दुनिया के अन्य हिस्सों में चल रहे क्रिकेट की बात करें, तो वेस्टइंडीज के सामने बेचारी बांग्लादेशी टीम संघर्ष करने में लगी हुई है। हालांकि बांग्लादेशी बल्लेबाज वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कुछ ज्यादा ही रनों का पीछा करना पड़ रहा है। दिनेश रामदीन और डेरेन ब्रावो दोनों ने ही शतक जमाकर बड़ी साझेदारी निभाई और इसी के दम पर वेस्टइंडीज ने बड़ा स्कोर खड़ा किया। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच मुकाबला हमेशा ही रोचक होता है और इस बार भी कुछ अलग नहीं था। मगर सीरीज की तीसरी टीम बेचारी जिंबाब्वे को दोनों टीमों का सामना करना पड़ रहा है।
(पीएमजी)