मेरे पिता ही मेरे लिए प्रेरणास्त्रोत: मिहिर हिरवानी
पदार्पण टेस्ट मैच में दस विकेट लेकर इतिहास रचने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी की राह पर उनके बेटे मिहिर भी हैं। वह भी दाएं हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी करते हैं तथा बीच-बीच में गुगली से बल्लेबाजों को चौंका देते हैं। मिहिर भी उसी
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। पदार्पण टेस्ट मैच में दस विकेट लेकर इतिहास रचने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी की राह पर उनके बेटे मिहिर भी हैं। वह भी दाएं हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी करते हैं तथा बीच-बीच में गुगली से बल्लेबाजों को चौंका देते हैं। मिहिर भी उसी मध्यप्रदेश रणजी टीम के सदस्य हैं, जिस टीम में उनके पिता ने 22 साल तक रणजी के रण में दस्तक दी थी।
प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में 732 तथा टेस्ट में 66 विकेट हासिल करने वाले नरेंद्र हिरवानी के पुत्र मिहिर ने मंगलवार को अपने कॅरियर से जुड़ी यादों के साथ ही रणजी ट्राफी लीग के पहले मैच को लेकर अपनी जिज्ञासा भी जागरण से जाहिर की। एक सवाल के जवाब में मिहिर कहते हैं कि क्रिकेट उनके खून में है। महज 11 साल की उम्र से ही क्रिकेट का जुनून चढ़ा। पापा से मुझे प्रेरणा मिली और टिप्स भी। पापा मेरे आइडियल हैं तो शेनवार्न की कलात्मकता मुझे पसंद है। यूपी की टीम को लेकर उन्होंने कहा कि हम कहीं से भी दबाव में नहीं हैं। इग्नू से बीकॉम करने वाले मिहिर को इंडियन क्रिकेट टीम में एक ब्रेक की जरूरत है।
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वह कहते हैं कि पिछले रणजी मैच में एमपी की तरफ से जम्मू कश्मीर के खिलाफ खेला था, जहां हमारा प्रदर्शन बेहतर रहा। आइपीएल में चेन्नई और मुंबई में भी मौका मिलता, लेकिन बोर्ड परीक्षा के कारण मुझे अपने कदम रोकने पड़े। बहरहाल अभी हमारा ध्यान सिर्फ उत्तर प्रदेश के खिलाफ एक अक्टूबर से होने वाले रणजी मैच पर केंद्रित है। हमारी टीम भी पूरी तरह संतुलित है। हमारे पास ईश्र्वर पांडे जैसा स्पीड स्टार है। विकेट कीपर बल्लेबाज नमन ओझा भी मैच का रुख पलटने में माहिर हैं।