पिंक गेंद से डे-नाइट मैच खेलने में ये दिक्कतें हुईं पुजारा को
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज पुजारा ने गुलाबी गेंद से खेले जा रहे दिन-रात के मैच में अाने वाली दिक्कतों का जिक्र किया।
ग्रेटर नोएडा। चेतेश्वर पुजारा ने इंडिया ब्लू और इंडिया ग्रीन के बीच दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से खेले जा रहे दलीप ट्रॉफी मैच में बल्लेबाजी के दौरान होने वाली कुछ दिक्कतों का जिक्र किया जिसमें ‘गुगली को खेलना’ और ‘सीम को देखना’ शामिल है। पुजारा ने इंडिया ब्लू के लिये 280 गेंद में 166 रन की पारी खेली।
शतकीय पारी के बाद पुजारा ने आधिकारिक प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘यह गुलाबी गेंद से मेरा पहला मैच था, मुझे इस विकेट पर बल्लेबाजी करने में मजा आया लेकिन इस पर तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल सत्र दूधिया रोशनी में खेले जाने वाला तीसरा सत्र था, जब गेंदबाजों ने दूसरी नई गेंद ली, यह काफी मूव कर रही थी और तेजी से आ रही थी। मुझे लगता है कि तीसरा सत्र सबसे ज्यादा मुश्किल था. ’ उन्होंने कहा, ‘जब मैं स्पिनरों का सामना भी कर रहा था तो दूधिया रोशनी में गुगली को खेलने में काफी मुश्किल हो रही थी।गुलाबी गेंद की सीम को देखने में भी मुश्किल हो रही थी। ’पुजारा निराश थे कि वह 166 रन पर आउट हो गए.
उन्होंने कहा।‘निराश हूं कि 166 रन पर आउट हो गया. लोग मुझसे लंबी पारी की उम्मीद करते हैं। हालांकि शतक बनाना अच्छा था। किसी बड़ी सीरीज से पहले घरेलू मैच खेलना हमेशा अच्छा होता है। ’आगामी न्यूजीलैंड सीरीज के बारे में पुजारा ने कहा, ‘आगामी सत्र के लिये तैयार हूं, जिसमें हमें 13-14 मैच खेलने हैं।न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी लाइनअप भी अच्छा है, उनके पास अच्छे स्पिनर हैं और उनके तेज गेंदबाज रिवर्स स्विंग भी कर रहे हैं। बतौर बल्लेबाज हमें सतर्क होने की जरूरत है। भारतीय टीम ने देश में और देश के बाहर भी अच्छा प्रदर्शन किया है।’