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छत्तीसगढ़ में 400 नक्सलियों का जवानों पर हमला, 7 शहीद, 10 घायल

छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सर्चिंग पर निकले 70 एसटीएफ जवानों पर शनिवार दोपहर 400 नक्सलियों ने घात लगाकर फायरिंग की। इनमें बड़ी संख्या में महिला नक्सली भी थीं। हमले में एसटीएफ के प्लाटून कमांडर सहित 7 जवान शहीद हो गए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 12 Apr 2015 12:22 AM (IST)Updated: Sun, 12 Apr 2015 12:38 AM (IST)

रायपुर/जगदलपुर/सुकमा [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सर्चिंग पर निकले 70 एसटीएफ जवानों पर शनिवार दोपहर 400 नक्सलियों ने घात लगाकर फायरिंग की। इनमें बड़ी संख्या में महिला नक्सली भी थीं। हमले में एसटीएफ के प्लाटून कमांडर सहित 7 जवान शहीद हो गए और 10 अन्य घायल हैं। इनमें 4 की हालत गंभीर है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के दोरनापाल जगरगुंडा मार्ग पर स्थित पोलमपल्ली तथा कांकेरलंका पोस्ट से शनिवार दोपहर एसटीएफ जवानों की अलग-अलग टुकडिय़ां आसपास के जंगलों में नक्सलियों की सर्चिंग में निकली थीं। चिंतागुफा थाने से कोबरा बटालियन के जवान भी जंगल में गश्त पर निकले थे। दोपहर लगभग 2 बजे चिंतागुफा इलाके के डब्बाकोंटा गांव के पास पिड़मेल के जंगलों में जब एसटीएफ के जवान पैदल गश्त पर थे, तभी अचानक पेड़ों के पीछे घात लगाए बैठे करीब 400 नक्सलियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग करने वालों में बड़ी संख्या में महिला नक्सली भी थीं। जो टुकड़ी नक्सली एंबुश में फंसी थी, उसमें लगभग 70 जवान थे। सबसे आगे चल रहे प्लाटून कमांडर शंकर राव व उनके साथ चल रहे 6 जवान सीधे नक्सली फायरिंग की चपेट में आ गए और शहीद हो गए। इसके तुंरत बाद जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से करीब डेढ़ घंटे रुक-रुककर फायरिंग होती रही। इस घटना में दस जवान घायल भी हुए हैं, जिन्हें बाद में बैकअप पार्टियों के पहुंचने के बाद बाहर निकाला गया और जगदलपुर रवाना किया गया। सात जवानों को रायपुर रेफर कर दिया।

शहीद जवान

-प्लाटून कमांडर शंकर राव-पावर हाउस भिलाई

-प्रधान आरक्षक रोहित सोरी-ग्राम रतेसरा, चारामा, कांकेर

-प्रधान आरक्षक मनोज बघेल-ग्राम पुसपाल, सुकमा

-प्रधान आरक्षक मोहन उइके-ग्राग बुलावंड, अंतागढ़, कांकेर

-राजकुमार मरकाम-ग्राम बंडा, सुकमा

-किरण देशमुख-रिसाली बस्ती, भिलाई

-राजमन नेकाम -ग्राम मालकोट, नारायणपुर

घायल जवान

-आरक्षक मडकाम केसा, संजय लकड़ा, रंजीत कुमार सिंह, अरविंद कुमार, सहायक आरक्षक किसे देवा, बड्डी कन्ना, माडवी लुक्का, माडवी देवा, सरयम लावेना, सरयम मनोज

हिड़मा दल की करतूत

सूत्रों के मुताबिक पुलिस को मुखबिर से पक्की सूचना मिली थी कि जगरगुंडा क्षेत्र का नक्सली कमांडर हिड़मा और उसका दल पिड़मेल के जंगल में मौजूद है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पोलमपल्ली से एसटीएफ के 70 जवानों का दल जंगल की ओर रवाना हुआ था। लेकिन नक्सलियों ने पिड़मेल जंगल में पहुंचते ही चारों ओर से फायरिंग कर दी। इलाके पर हिड़मा का दबदबा है।

स्थानीय होने का लाभ

मेकॉज में भर्ती घायल किसके देवा ने कहा कि वे स्थानीय हैं और जंगल के रास्तों के संबंध में जानकारी रखते हंै। इसलिए जंगल से बाहर निकलने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।

एके-47, एमएलजी ले गए

घायल जवानों ने बताया कि नक्सलियों ने शहीद जवानों की एके-47 राइफल, एलएमजी और अन्य हथियार, कारतूस भी लूटकर ले गए।

मुख्यमंत्री ने डीजीपी को किया तलब

सुकमा में नक्सली हमले पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने डीजीपी एएन उपाध्याय को सीएम हाउस तलब किया। डॉ. सिंह ने अधिकारियों को इस वारदात के लिए जिम्मेदार नक्सलियों का तत्परता से पता लगाने और जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।

कड़ी कार्रवाई करेंगे

राजनाथसिंह, केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीमें घटनास्थल भेजी गई हैं। मैं नक्सलियों से लड़ते शहीद हुए सुरक्षा जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

आरके विज, एडीजी, नक्सल ऑपरेशन ने कहा कि पोलमपल्ली से 13 किलोमीटर दूरी पर पिड़मेल में एसटीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में प्लाटून कमांडर सहित सात जवान शहीद हुए हैं। दस जवान घायल हुए हैं।


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