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वीजा संबंधी चिंताओं को अमेरिका के समक्ष रखा गया: रविशंकर प्रसाद

केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि वीजा संबंधी दिक्कतों को अमेरिका के समक्ष रखा गया है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 23 Apr 2017 02:43 PM (IST)Updated: Sun, 23 Apr 2017 02:43 PM (IST)
वीजा संबंधी चिंताओं को अमेरिका के समक्ष रखा गया: रविशंकर प्रसाद
वीजा संबंधी चिंताओं को अमेरिका के समक्ष रखा गया: रविशंकर प्रसाद

नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि एच1बी वीजा संबंधी भारत की चिंताओं के बारे में अमेरिका को भली भांति अवगत कराया गया है। प्रसाद ने कहा कि आईटी का इकोसिस्टम "पारस्परिकता" के दृष्टिकोण पर आधारित है। उन्होंने आगे कहा कि भारत न ही सीमाएं बनाता है और न ही सीमाओं की प्रशंसा करता है। गौरतलब है कि वाशिंगटन में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अमेरिका के वाणिज्य सचिव से मुलाकात कर चिंताओं को सामने रखा था।

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प्रसाद ने कहा, “हमें अमेरिका और दुनिया भर में भारतीय आईटी कंपनियों के योगदान पर गर्व है। उन्होंने पिछले पांच वर्षों में कर राजस्व के रूप में 22 अरब डॉलर का भुगतान किया है। उन्होंने वहां 400,000 नौकरियों का निर्माण किया है।” आईटी का इकोसिस्टम "पारस्परिकता" के दृष्टिकोण पर आधारित है। उन्होंने कहा, “भारतीय मानव संसाधन अमेरिका की अर्थव्यवस्था में योगदान देता है और कई अमेरिकी कंपनियों को बेंगलुरु में भी लाभ मिलता है और भारत के अन्य हिस्सों में अपने शोध उत्पादों को अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के पीछे भी भारतीय दिमाग काम कर रहा है।” प्रसाद ने यह बात सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) की ओर से आयोजित आईटी/ ईएसडीएम उद्योग के साथ इंटरैक्टिव मीटिंग के दौरान कही।

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