जैन माताओं ने दरौली पहुंच की पूजा-अर्चना
दरौली (सिवान) : जैन समाज के सारस्वताचार्य 208 देवनंदजी गुरुदेव की परमशिष्या 508 आर्यिका कांति म
दरौली (सिवान) : जैन समाज के सारस्वताचार्य 208 देवनंदजी गुरुदेव की परमशिष्या 508 आर्यिका कांति माताजी, आर्यिका सुमंगला माताजी, आर्यिका स्वस्ति माताजी का शुक्रवार को दरौली स्थित जैन मंदिर में आगमन हुआ। इन जैन मताओं द्वारा जैन मंदिर में भगवान महावीर का अभिषेक और विधि-विधान से पूजन किया गया। उनके साथ जैन समाज के सभी लोगों द्वारा भी पूजन किया गया। मंदिर में आर्यिका माताओं द्वारा जैन समाज के लोगों को पूजन विधि सहित कई नियम बताते हुए मकरसंक्रांति पर सभी को आशीष प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र से पैदल चलकर बिहार में स्थित जैन समाज के सबसे महान तीर्थ सम्मेद शिखर जी यात्रा संपन्न करने के बाद पैदल वापसी के क्रम में मंदागीर, चंपारण, पावापुर, कुंडलपुर, राजगीर, पटना, वैशाली होते हुए शुक्रवार को दरौली पहुंचने की जानकारी होने पर जैन समाज के लोगों द्वारा दरौली की सीमा पर पहुंच सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।