पहले मां-बहन की याद दिलाई, फिर मनचलों को सिखाया एेसा सबक... जानिए
छपरा में ट्यूशन पढ़कर आ रही छात्राओं पर मनचलों ने फब्तियां कसनी शुरू कीं तो शुरू में लड़कियाें ने समझाया फिर सैंडिल व लात-घूसों से उनकी जमकर खबर ली।
पटना [वेब डेस्क ]। सारण के जिलामुख्यालय छपरा में सोमवार को फब्तियां कसे जाने छात्राओं ने मनचलों को कड़ी सीख दी। चप्पलों-जूतों की बारिश कर माफी मांगने पर मजबूर किया। दो मनचले तो दो-चार चप्पल में भी भाग निकले लेकिन एक को इनलोगों ने दबोच लिया और माफी मंगवा कर ही छोड़ा।
बताते हैं कि शहर की प्रभुनाथ नगर की तीन-चार छात्राएं ट्यूशन पढ़ कर आ रही थी। सर्किट हाउस के पास स्थित बिजली बोर्ड के गोदाम के पास कुछ मनचले पहले से खड़े थे। वे छात्राओं को देख फब्तियां कसने लगे।छात्राओं ने पहले इनकी हरकतों पर कान न दिया। वे आगे बढ़ी गईं तो ये लोग पीछे से कमेंट करते हुए आने लगे। तब छात्राओं ने इन्हें चेताया और फिर मां-बहन की याद दिलायी। लेकिन वे नहीं माने।
सैंडिल व लात-घुसों से शुरू कर दी पिटाई
तब छात्राओं ने इनकी मरम्मत का प्लान किया। पीछे घूमकर सैंडिल व लात-घूसों से पिटाई शुरू कर दी। सैंडिल और जूते टूटने तक मनचलों की पिटाई होती रही। फिर लातों की बारिश शुरू हो गई। थप्पड़ भी चले। इस दौरान दो मनचले भागने में कामयाब रहे। पर एक को उन्होंने काबू कर लिया। लड़कियां पीटते हुए उसे घसीटकर थाने ले जाने लगीं। जब उसने दोबारा एेसी गलती नहीं करने की कसम खाई, कान पकड़ा तब छोड़ा।
कहा-आपके घर में भी मां-बहन होगी
सर्किट हाउस के पास सोमवार को छात्राओं द्वारा मनचलों की धुनाई की घटना अनायास नहीं हुई। छात्राओं ने पहले मनचलों को काफी समझाया। कहा कि आपके घर में भी मां-बहन होगी। ऐसा न बोलिए। पर मनचले थे कि मानने को राजी ही नहीं थे।
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सैंडिल टूटे तो सताने लगी खाली पैर घर जाने की चिंता
धुनाई ऐसी हुई कि दो छात्राओं के जूते व सैंडिल टूट गए। फिर वे इसके लिए परेशान रहीं कि वे खाली पैर घर कैसे जाएं? छात्राओं का कहना था कि वे ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकती हैं। आज का जमाना ऐसा नहीं है। आज इन्हें छोड़ दिया जाता तो कल किसी और लड़की के साथ ऐसा ही व्यवहार करते।
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सरेबाजार पिटाई और लगी रही भीड़
बीच सड़क पर मनचलों की पिटाई होती रही और दर्जनों राहगीर व वहां जुटे लोग देखते रहे। कई लोग मनचलों को कहते रहे कि अच्छी दवाई हुई है।