ट्रेनों के पैंट्रीकार में नहीं जलेेंगे चूल्हे, रेलवे की नई व्यवस्था हो सकती है लागू
रेलवे आज से नया नियम लागू कर सकता है। यात्रियों की सुविधा और बेहतर खाना परोसने के लिए अब पेंट्री कार का खाना नहीं बल्कि प्रमुख स्टेशनों के किचन में तैयार खाना परोसा जाएगा।
पटना [जेएनएन]। अब किसी भी ट्रेन की पैंट्रीकार में खाना नहीं पकेगा। रेलवे स्टेशनों पर स्थित बेस किचन में तैयार खाना ही यात्रियों को परोसा जाएगा। नई व्यवस्था आज से ही देशभर में लागू हो सकती है। रेलवे बोर्ड के आदेश में पैंट्रीकार में 31 जनवरी के बाद घरेलू गैस के उपयोग पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने की बात है।
ऐसे में पैंट्रीकार में खाना पकना अब संभव नहीं होगा। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के निर्णय के बाद यात्रियों को यात्रा के दौरान स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराने की तैयारी है।
पूर्व मध्य रेल में आईआरसीटीसी के रीजनल मैनेजर मो. अनवर करीम ने बताया कि प्रमुख स्टेशनों पर स्थित किचन में तैयार खाना ट्रेन आने के बाद पैंट्रीकार में सप्लाई किया जाएगा। इसके बाद यात्रियों की मांग अनुसार निर्धारित शुल्क पर खाना उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना कब से शुरू होगी, इस संदर्भ में कोई स्पष्ट आदेश नहीं आया है।
यह होगा फायदा
बेस किचन में खाना बनेगा तो खाने की क्वालिटी बेहतर होगी। लोगों को गर्म व स्वादिष्ट खाना मिलेगा। यही व्यवस्था हवाई जहाज में है। हॉट केस में खाना रखा जाएगा। नई व्यवस्था से शिकायत मिलने पर इंस्पेक्शन आसान होगा। पहले चलती ट्रेनों के सभी पैंट्रीकार की जांच मुकम्मल तरीके से नहीं हो पाती है। नई व्यवस्था से जांच अधिकारियों को भी सहूलियत होगी।
यात्री कर रहे थे खाने की शिकायत
रेलवे बोर्ड के समक्ष खाने की गुणवत्ता को लेकर अक्सर शिकायत पहुंचती थी। अक्सर ट्रेनों में हंगामा भी होता था। हर 10 में से एक यात्री गुणवत्ता वाला भोजन नहीं परोसने की शिकायत करता था। इसको देखते हुए रेलवे बोर्ड ने यह कदम उठाया है।
आईआरसीटीसी के अधीन रहेंगे जन आहार केंद्र
रेलवे के प्रमुख स्टेशन व छोटे स्टेशनों पर संचालित होने वाले खान-पान स्टाल, जन आहार केंद्र आईआरसीटीसी के अधीन रहेंगे। इस निर्णय से रेस्टोरेंट व फूड प्लाजा को अलग रखा गया है।