बिहार में नकल का गजब हाल, एक पकड़ा गया तो बाकी 66 ने परीक्षा छोड़ लगाई दौड़
बिहार में मैट्रिक की नकल विहीन परीक्षा के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कई केंद्रों पर जमकर नकल कराई जा रही है। इसी क्रम में शहर के एक परीक्षा केंद्र पर एक नकलची को पकड़ा गया तो साथ में परीक्षा दे रहे बाकी 66 परीक्षार्थी फरार हो गए।
पटना। बिहार में मैट्रिक की नकल विहीन परीक्षा के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कई केंद्रों पर जमकर नकल कराई जा रही है। इसी क्रम में शहर के एक परीक्षा केंद्र पर एक नकलची को पकड़ा गया तो साथ में परीक्षा दे रहे बाकी 66 परीक्षार्थी फरार हो गए।
मामला शुक्रवार को सुल्तानगंज थाना अंतर्गत डॉ. जाकिर हुसैन उच्च माध्यमिक स्कूल का है। मैट्रिक की परीक्षा दे रहे एक 'मुन्नाभाई' को गिरफ्तार किया यहां जब गिरफ्तार किया गया तो क्लास के अन्य परीक्षार्थी भी भाग खड़े हुए। केंद्राधीक्षक डॉ. नकी इमाम वारसी ने बताया कि ये सभी फर्जी छात्र थे जो कड़ाई बरतते ही और गिरफ्तार होने के डर से फरार हो गए। इस केंद्र पर ऐसे 66 छात्रों को चिह्नित किया गया है, जो शक के दायरे में हैं।
बीए का छात्र दे रहा था परीक्षा
केन्द्राधीक्षक डॉ. नकी इमाम वारसी ने बताया कि द्वितीय पाली में समाज विज्ञान परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के फोटो व हस्ताक्षर का मिलान किया जा रहा था। इसी बीच बुद्धमार्ग स्थित मॉडर्न कम्पीटिटिव हाई स्कूल के तेजस सिन्हा का एडमिट कार्ड देखा गया तो परीक्षार्थी फर्जी निकला। आर्य कुमार रोड निवासी रमेश चंद्र के पुत्र तेजस के बदले बाकरगंज निवासी राज कुमार प्रसाद का बेटा अश्विनी राज परीक्षा दे रहा था। उसने खुद को बीए का छात्र बताया। परीक्षार्थी का रोल कोड 71545 और रोल नम्बर 1500178 है। एक मुन्नाभाई के मिलते ही अन्य परीक्षार्थियों की सघन जांच की जाने लगी। इस बीच मौका देखकर सिर्फ दूसरी पाली से आधा दर्जन से अधिक छात्र चुपके से फरार हो गए। पहली पाली में भी कड़ाई के दौरान कई छात्र परीक्षा से गायब हो गए थे। थानाध्यक्ष शालीग्राम सिंह ने बताया कि पकड़े गए फर्जी छात्र को जेल भेजा जाएगा।