लालू के मंत्री पुत्र तेजस्वी, तेजप्रताप के खिलाफ पटना हाइकोर्ट में केस दर्ज
राजद सुप्रीमो लालू यादव के दोनों मंत्री पुत्रों के खिलाफ याचिका दायर की गई है, जिसमें कहा गया है कि विधानसभा चुनाव का नामांकन भरते समय दोनों ने अपनी संपत्ति का खुलासा नहीं किया था।
पटना [जेएनएन]। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप का चुनाव रद कराने के लिए गुरुवार को पटना उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई। याचिका में कहा गया कि इन दोनों ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से अपनी संपत्ति का ब्योरा छिपाकर आपराधिक काम किया है।
याचिका पर मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र मेनन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में सुनवाई होगी। अधिवक्ता मणि भूषण प्रताप सेंगर ने याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि राजद सुप्रीमो के दोनों पुत्रों ने अपनी सम्पत्ति को छिपाने की कोशिश की।
शपथपत्र दाखिल करते समय ही अपनी सम्पत्ति का ब्योरा चुनाव आयोग को देना था। चुनाव आयोग को इस पर स्वयं संज्ञान लेना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हालांकि बेनामी सम्पत्ति को छिपाने को लेकर इन दोनों पर एक अन्य लोकहित याचिका पहले ही दायर की जा चुकी है। उसमें मिट्टी घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है।
याचिकाकर्ता का तर्क है कि जनप्रतिनिधि कानून की धारा 125 (ए)में स्पष्ट किया गया है कि चुनाव आयोग में शपथपत्र दाखिल करते समय सही-सही जानकारी चुनाव आयोग को दी जानी चाहिए। जानकारी छिपाकर दोनों भाइयों ने आपराधिक कार्य किया है। चुनाव आयोग से जानकारी छिपाकर दोनों भाइयों ने धोखाधड़ी की है। याचिकाकर्ता ने पिछले विधानसभा क्षेत्र 126 एवं 128 में हुए चुनाव को अवैध करार करने की मांग की है।
इससे पूर्व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी लालू परिवार पर कथित रूप से 750 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित करने और जमीन के साथ मॉल घोटाले का आरोप लगाया था और सीबीआइ जांच की मांग की थी।
भाजपा नेता सुशील मोदी ने प्वाइंट टू प्वाइंट दी कथित मॉल घोटाले की जानकारी
- राबड़ी सरकार के कार्यकाल (2000-2005) के दौरान ओम प्रकाश कत्याल एवं अमित कल्याल की कम्पनी Iceberg Industries Pvt. Ltd. ने बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगायी।
-28 सितंबर, 2006 को AK Infosystems Pvt Ltd. नाम की कंपनी गठित हुई जिसमें श्री अमित कत्याल एवं उनके भाई राजेश कत्याल एवं अन्य Director थे।
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- इस कंपनी में तेजस्वी प्रसाद यादव, तेज प्रताप, चन्दा यादव एवं रागिनी लालू 2014 जून से Director नियुक्त किये गये।
- चन्दा यादव एवं रागिनी लालू अभी भी AK Infosystems में Director हैं।
-श्री अमित कत्याल ने अपने सारे शेयर तेजस्वी (1500) एवं राबड़ी जी (4000) को 2014 में दे दिया।
- अमित कत्याल, राजेश कत्याल की कंपनी AK Infosystems आज पूरी तरह से लालू परिवार के कब्जे में है।
- इस कम्पनी में मात्र 2 Director चंदा यादव एवं रागिनी लालू है तथा 100 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव के पास है।
- आज इस कंपनी के पास पटना शहर में करोड़ों की जमीन है जिसका पूरा मालिकाना लालू परिवार के पास है।
- कत्याल परिवार को बिहार में शराब फैक्ट्री लगाने में मदद करने के एवज में लालू परिवार को करोड़ों की जमीन कत्याल परिवार ने सौंप दी।
- Delight Marketing को होटल दिलाने के एवज में 200 करोड़ की 2 एकड़ जमीन के मालिक बन गये और अब शराब फैक्ट्री लगवाने के एवज में पटना शहर में करोड़ों की जमीन के मालिक बन बैंठे हैं।
- आखिर क्यों कत्याल परिवार ने लालू के बेटों, बेटियों को Director बनाया ?
-आखिर क्यों कत्याल परिवार Director से हट गए और केवल लालू परिवार रह गए?
-आखिर क्यों कत्याल परिवार ने अपने सारे शेयर राबड़ी और तेजस्वी को दिया ?
-आखिर क्यों कत्याल परिवार ने जमीन खरीदी और कुछ वर्षों के बाद जमीन सहित पूरी कंपनी लालू परिवार को सौंप दी?
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-कत्याल से लालू परिवार का कोई Blood relation नहीं था, रिश्तेदारी नहीं थी तो फिर क्या शराब फैक्ट्री लगाने में मदद के एवज में यह जमीन सहित कंपनी नहीं दी गयी?
-तेजस्वी, राबड़ी बतायें कि केवल 55 हजार निवेश कर करोड़ों की संपत्ति वाली कंपनी के मालिक कैसे बन गए?
-तेजस्वी, राबड़ी बतायें कि इस कंपनी की कौन-कौन सी जमीन पटना में कहां-कहां है ?