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Bihar Politics : 'लालू-राबड़ी काल से पीछा छुड़ाना चाहते तेजस्वी यादव...', JDU ने बोला हमला, कहा- माला जपते रहते

Bihar Politics बिहार की सियासत चुनावी माहौल के बीच मौसम के साथ गर्म होती जा रही है। नेताओं की बयानबाजी ने इसे और तपिश दे दी है। इस बीच जदयू ने प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि तेजस्वी लालू-राबड़ी के शासनकाल से पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Yogesh Sahu Published: Tue, 23 Apr 2024 07:03 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2024 07:07 PM (IST)
Bihar Politics : 'लालू-राबड़ी काल से पीछा छुड़ाना चाहते तेजस्वी यादव...', JDU ने बोला हमला, कहा- माला जपते रहते

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन (JDU National Spokesperson Rajeev Ranjan) ने सोमवार को कहा कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपने भाषण में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाले अपने 17 महीने की माला जपते रहते हैं, पर उनके मुंह से यह नहीं निकलता कि लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासनकाल में किस तरह का कुशासन था।

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दरअसल, तेजस्वी यादव लालू- राबड़ी शासन काल (Lalu Yadav) (Rabri Devi) से अपना पीछा छुड़ाना चाहते हैं। राजीव रंजन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दिल से यह मानते हैं कि उनके माता-पिता का राज जंगलराज के समान था।

उनके काल में सिर्फ उनके परिवार की संपत्ति और दुर्दांत अपराधियों का विकास हुआ। उन्हें यह पता है कि राजद राज की उपलब्धियों में सिर्फ घोटाला करना रहा है।

राजद (RJD) का राज अपहरण और रंगदारी को उद्योग सरीखा बनाने के लिए प्रसिद्ध रहा है। यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। युवाओं को बरगला कर उनसे गलत काम करवाने की होड़ मची रही।

चुनावी रैलियों से माहौल भुनाने की कोशिश

बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि चुनावी माहौल में राजद के पक्ष में माहौल बनाने के लिए तेजस्वी यादव ने ताबड़तोड़ रैलियां की हैं। बताया जा रहा है कि बीते 19 दिन में पूर्व उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 55 से ज्यादा चुनावी सभाएं की हैं।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसकी ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जदयू से नीतीश कुमार ने मोर्चा संभाला हुआ है। सियासी गलियारों में इसे चुनावी रैलियों से माहौल को भुनने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

परिवारवाद को लेकर सियासी रस्साकाशी तेज

बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की लालू यादव (Lalu Yadav) के अधिक संतान पैदा करने की टिप्पणी को लेकर सियासी बवाल मच गया था।

इसका तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जवाब भी दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से लेकर संविधान लिखने वाले बाबा साहब अंबेडकर तक का उदाहरण देकर अपनी बात कही।

उन्होंने देश के महापुरुषों, नेताओं आदि की कई संतानों, कई भाई-बहनों के होने का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) खुद पांच भाई-बहन हैं और वह लालू यादव (Lalu Yadav) पर उंगली उठा रहे हैं।

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