Patna News: एक्शन मोड में जिला निर्वाचन अधिकारी, लापरवाही को लेकर 415 अधिकारियों और कर्मियों से मांगा स्पष्टीकरण
लोकसभा चुनाव को लेकर चल रहे नॉक द डोर अभियान में लापरवाही पर जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम शीर्षत कपिल अशोक एक बार फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं और उन्होंने कार्रवाई भी की है। उन्होंने 415 कर्मियों व अधिकारियों से अभियान में लापरवाही को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके चलते संबंधित एआरओ को निर्देश भी दिया है।
जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे नॉक द डोर अभियान में लापरवाही पर जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने एक बार फिर कार्रवाई की है। उन्होंने 415 कर्मियों व अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है।
संबंधित एआरओ को निर्देश दिया है कि इन अधिकारियों व कर्मियों से 24 घंटे में स्पष्टीकरण प्राप्त कर मंतव्य के साथ रिपोर्ट दें। इसके बाद जिम्मेदारी तय करते हुए विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। स्पष्टीकरण के दायरे में सबसे ज्यादा मनेर, बख्तियारपुर एवं मोकामा के कर्मी व अधिकारी आए हैं। एक दिन पहले डीएम ने ऐसे ही मामले में 188 से स्पष्टीकरण मांगा था।
जवाब नहीं देने और गलत रिपोर्ट के कारण हुई कार्रवाई
जूम के माध्यम से डीएम मंगलवार शाम स्वीप कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान पता चला कि नॉक द डोर अभियान में लापरवाही एवं शिथिलता बरती जा रही है। जिलास्तरीय स्वीप नियंत्रण कक्ष से निरंतर संपर्क करने पर ये अधिकारी व कर्मी या तो जवाब नहीं दिया या गलत रिपोर्ट दे दी।
इसपर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई और कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने सभी सहायक निर्वाची पदाधिकारियों को नॉक द डोर अभियान का समुचित पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया है।
एक मई को जिलाभर में मतदान सभा
समीक्षा के क्रम में डीएम ने कहा कि मई दिवस के अवसर पर एक मई को जिलाभर में मतदान सभा का आयोजन जगह-जगह किया जाएगा। मतदाताओं को चुनाव के दिन अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति टोल फ्री वोटर हेल्पलाइन 1950 पर कॉल कर चुनाव संबंधी जानकारी ले सकते हैं। कोई समस्या हो तो इस नंबर पर काल करें। जिला प्रशासन पटना के इंटरनेट मीडिया एक्स हैंडल (twitter.com/dm_patna) एवं अन्य माध्यमों से भी मतदाताओं को अभिप्रेरित करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने दिया ये आदेश
जिलाधिकारी ने अपर जिला दंडाधिकारी आपूर्ति, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी तथा डीपीएम, जीविका को नियमित रूप से मतदाता जागरूकता अभियान चलाने, विधिवत पर्यवेक्षण करने तथा प्रतिदिन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
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