Bihar News: बिहार के दो स्वास्थ्य अधिकारियों की पेंशन में कटौती, एक की पूरी पेंशन जब्त; यह है पूरा मामला
स्वास्थ्य विभाग ने वित्तीय अनियमितता के आरोप में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी की पूरी पेंशन जब्त करने के निर्देश दिए हैं तो दूसरी ओर दो अन्य अधिकारियों की पेंशन में क्रमश 20 और 25 प्रतिशत की कटौती की गई है। विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। विभाग ने डॉ. प्रकाश डॉ. ओमप्रकाश पंजियार और डॉ. नरेंद्र शर्मा पर यह एक्शन लिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग ने वित्तीय अनियमितता के आरोप में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी की पूरी पेंशन जब्त करने के निर्देश दिए हैं तो दूसरी ओर दो अन्य अधिकारियों की पेंशन में क्रमश: 20 और 25 प्रतिशत की कटौती की गई है। विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
विभाग के अनुसार, डॉ. प्रकाश जो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंडारक में चिकित्सा पदाधिकारी थे। उन पर आरोप है कि वे इस पद पर योगदान देने के समय 12 दिसंबर 2000 से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अनुपस्थित रहे। सितंबर 2005 तक अनुपस्थित रहे। वर्ष 2021 में सेवानिवृत्त हुए। इससे पूर्व उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई संचालित की गई। अब विभाग ने उनकी अनुपस्थिति को देखते हुए उनकी शत प्रतिशत पेंशन जब्त करने का आदेश दिया गया है।
डॉ. ओमप्रकाश पंजियार पर भी एक्शन
गया स्थित प्रभावती अस्पताल के तत्कालीन अधीक्षक डॉ. ओमप्रकाश पंजियार पर आरोप था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 2015 से लेकर 2017-18 में जेनरेटर संचालक को करीब 43 लाख रुपये का अधिक भुगतान कर दिया।
इस मामले में उन पर जांच बिठाई गई। जिसमें वे अंतत: दोषी पाए गए। जिसके बाद उनकी पेंशन से पांच वर्ष के लिए 25 प्रतिशत राशि कटौती का आदेश दिया गया है।
डॉ. नरेंद्र शर्मा की पेंशन में कटौती के आदेश
इसी प्रकार टिकारी गया में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में तैनात रहे डॉ. नरेंद्र शर्मा ने जेनरेटर मद में 9.80 लाख रुपये का अधिक भुगतान कर दिया।
इस मामले में जांच के बाद दोषी मानते हुए शर्मा की पेंशन से अगले चार वर्ष तक 20 प्रतिशत राशि की कटौती का आदेश दिया गया है।
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