बिहार में सियासी पारा हाई! अब इस दिग्गज नेता ने दे दी मोदी सरकार को चुनौती, कहा- अगर प्रधानमंत्री...
महिला आरक्षण के मुद्दे पर अब भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने मोदी सरकार को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री महिला आरक्षण के प्रति ईमानदार हैं तो लोकसभा चुनाव में महिला आरक्षण लागू करें। भाकपा-माले के महासचिव ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मजाक बना रही है।
राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में महिला आरक्षण को लागू करने की चुनौती मोदी सरकार को दी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि प्रधानमंत्री महिला आरक्षण के प्रति ईमानदार हैं तो लोकसभा चुनाव में महिला आरक्षण लागू करें।
इस अवसर पर माले विधायक दल नेता महबूब आलम, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, वरिष्ठ नेता केडी यादव, सरोज चौबे, मंजू प्रकाश और अनीता सिन्हा भी मौजूद थीं।
'एसबीआई ने 30 जून तक का समय मांगा'
दीपंकर ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मजाक बना रही है। फैसले के मुताबिक, एसबीआइ को सारे चुनावी बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग को देनी थी, लेकिन दो दिन पहले एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से 30 जून तक का समय मांगा।
उन्होंनं कहा कि इस डिजिटल जमाने में सिर्फ 22 हजार 217 चुनावी बॉन्ड की जानकारी देने में इतना समय आखिर क्यों चाहिए? जाहिर-सी बात है कि मोदी सरकर के दवाब में एसबीआइ ऐसा कर रही है, ताकि चुनावी बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक न हो सके।
जदयू के चार प्रकोष्ठ के प्रभारियों की नियुक्ति
प्रदेश जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को चार प्रकोष्ठ के प्रभारियों की नियुक्ति की। प्रदेश जदयू के युवा प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह, महिला प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री रंजू गीता, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय को दिया गया है।
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