लालू का बड़ा बयान- नीतीश को नरेंद्र मोदी हाथी की सूंड में बांधकर घुमाएंगे
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने संवाददाता सम्मेलन में सीएम नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कहा कि सृजन घोटाला चारे घोटाले से भी बड़ा है।
पटना [जेएनएन]। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पटना में संवाददाता सम्मेलन में नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कहा कि लालू फांसी पर चढ़ जाएगा लेकिन सांप्रदायिक शक्तियों के साथ नहीं जाएगा। तेजस्वी हमसे भी बेसी है। नीतीश को नरेंद्र मोदी हाथी की सूंड में बांधकर घुमाएंगे।
भागलपुर के सृजन घोटाले पर बोलते हुए कहा कि इस पूरे मामले के पीछे सुशील मोदी और भाजपा नेताओं का हाथ है। इतना बड़ा घोटाला सरकार के संरक्षण के बिना नहीं हो सकता है।
लालू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह स्लोगन दिया कि भ्रष्टाचार भारत छोड़ो। आतंकवाद भारत छोड़ो। लेकिन उनके संरक्षण में बिहार में जो सरकार बनी है, वही भ्रष्टाचार में लिप्त है।
लालू ने इसे पशुपालन से भी बड़ा घोटाला करार दिया और सुशील मोदी को घोटालेबाजों का संरक्षक बताया। उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति कहां गई? इतना बड़ा घोटाला सरकारी संरक्षण के बिना हो गया क्या? लालू ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
राजद प्रमुख ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री तुरंत सुशील मोदी को बर्खास्त करें और एफआईआर दर्ज कर हथकड़ी पहनाएं। लालू ने इस दौरान घोटाले की मास्टरमाइंड मनोरमा देवी के साथ भाजपा एवं जदयू नेताओं की तस्वीरें भी दिखाईं।
इनमें नीतीश कुमार, सुशील मोदी, शाहनवाज हुसैन एवं मनोज तिवारी व कुछ अधिकारी भी दिख रहे हैं। लालू ने पूरा दोष वित्त विभाग का बताया और पूछा कि ट्रेजरी से पैसा निकालकर कौन ले गया? एनजीओ से सुशील मोदी का क्या रिश्ता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए लालू ने कहा कि नौ अगस्त को उन्होंने भ्रष्टाचार और आतंकवाद भारत छोड़ो का नारा दिया, लेकिन उनके ही संरक्षण में बिहार में जो सरकार बनी है, वही भ्रष्टाचार में लिप्त है। लालू ने दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी पर भी हमला बोला। कहा कि मनोरमा के मार्फत पैसे को ट्रांसफर कर रियल इस्टेट में इस्तेमाल किया गया। मनोज भी रियल इस्टेट का काम कर रहे हैं।
रिजर्व बैंक के आदेश पर भी कार्रवाई नहीं
लालू ने दावा किया कि 2013 में घोटाले की खबर छपने के बाद रिजर्व बैंक ने जांच का आदेश जारी किया था, जिसके बाद जांच कमेटी का गठन किया गया, लेकिन रिपोर्ट का कुछ पता नहीं चला है। लालू ने कहा कि जब चेक बाउंस होने लगे तो बचने का कोई रास्ता न देखकर सरकार ने जांच टीम भेजकर खुलासा कर दिया कि बड़ा घोटाला हुआ है। कार्रवाई होने लगी। छोटी मछलियों को पकड़ा जाने लगा है, किंतु बड़ी मछली कबतक पकड़ी जाएगी। लालू का इशारा सुशील मोदी की ओर था।
चारा घोटाले की तरह है यह घोटाला
भ्रष्टाचार के मामले में लगातार दो महीने तक प्रेस कान्फ्रेंस करके लालू परिवार को परेशानी में डालने वाले सुशील मोदी पर लालू ने पलटवार करते हुए कहा कि सृजन घोटाले की प्रकृति चारा घोटाले से मिलती है। चारा घोटाले में मुझे सिर्फ इसलिए आरोपी बना दिया गया कि वित्त विभाग का चार्ज मेरे पास था।
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सृजन घोटाले के दौरान वित्त विभाग सुशील मोदी के पास है। 2005 में जब नीतीश की सरकार बनी थी तभी से यह विभाग सुमो के पास है। घोटाला भी तभी से चल रहा है। फिर सुशील मोदी को ही यह विभाग दिया गया है। मेरी तरह उनपर भी एफआइआर की जाए।
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