निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज बना अभिशाप
बरियारपुर (मुंगेर), संवाद सूत्र : बरियारपुर से खड़गपुर होकर अन्य जगहों के लिए जाने वाले वाहन रेलवे गुमटी पर जाम में नहीं फंसे, इसके लिए बरियारपुर स्टेशन के समीप रेलवे द्वारा रेल ओवर ब्रिज का निर्माण की शुरूआत की गई, लेकिन आठ वर्षो में भी इसे पूरा नहीं किये जाने के कारण यह लोगों के लिए अभिशाप बन गया है।
विदित हो कि इस रेल ओवर ब्रिज का शिलान्यास 2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद द्वारा किया गया था। 33 करोड़ की लागत से बनने वाली इस परियोजना को वर्ष 2008 में पूरा हो जाना था लेकिन निर्माण कार्य शुरू होने के बाद जमीन अधिग्रहण को लेकर मामला फंसने कारण यह आज तक पूरा नहीं हो पाया है। अभिकर्ता द्वारा रेलवे लाईन के दक्षिणी ओर पाया का निर्माण पूरा कर लिया गया है तथा रेलवे द्वारा भी रेल पटरी के उपर पाया का निर्माण हो चुका है लेकिन उत्तरी भाग में यूको बैंक तक आधा अधूरा काम हुआ हैं। बताया जाता है कि बिहार सरकार द्वारा 27 लोगों कि जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है तथा इनमें से कई लोग अपने निर्माण को हटा चुके है। सरकार द्वारा गैरमजरुआ आम एवं खास में रहने वाले लोगो को मुआवजा नहीं देने के कारण जमीन खाली नहीं किया गया है। मुआवजा से वंचित 21 लोग उच्च न्यायालय में एक वाद दायर किया। जिसमें माननीय उच्च न्यायालय में मार्च 2014 में इन सभी लोगों को मुआवजा देकर जमीन अधिग्रहण का आदेश पारित किया गया है। ग्रामीण ओमप्रकाश, अवधेश कुमार, मुकेश कुमार सिंह, विद्यानंद साह आदि का कहना है कि सरकार को आगे आकर पुल निर्माण में हो रही बाधा को दूर करना चाहिए। जिससे लोगों को परेशानी नहीं हो। इनलोगों का कहना है कि सासद एवं विधायक को इस कार्य के लिए आगे आना चाहिए।