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भाजपा सांसद ने कहा- अपराधियों को संरक्षण दे रही महागठबंधन की सरकार

भाजपा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार की पहचान भाजपा के साथ रहने पर बनी है। अब उन्हें खुद फैसला लेना है कि वे किसके साथ रहकर राज्य का विकास कर सकते हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 07:07 PM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 11:40 PM (IST)
भाजपा सांसद ने कहा- अपराधियों को संरक्षण दे रही महागठबंधन की सरकार
भाजपा सांसद ने कहा- अपराधियों को संरक्षण दे रही महागठबंधन की सरकार

जहानाबाद [जेएनएन]। महाराजगंज के सांसद सह पूर्व मंत्री जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि भाजपा के कारण ही नीतीश कुमार की पूरे देश में पहचान बनी, नहीं तो उन्हें पहचानता कौन था। भाजपा के साथ रहते हुए बिहार में सुशासन का राज कायम हुआ लेकिन आज सूबे में अपराधियों और घोटालेबाजो का साम्राज्य आ गया है।

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नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होने का फैसला खुद लिया था। अब उनके पास महागठबंधन और राजग दोनों के साथ काम करने का अनुभव प्राप्त हो गया है। उन्हें खुद सूबे की जनता के हित में फैसला करना है की वो किस दल के साथ रह कर सूबे का विकास कर पाएंगे। 

पटना गया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 पर स्थित श्रीराम होटल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने महागठबंधन की सरकार पर अपराधियों एवं घोटालेबाजों को प्रश्रय देने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि इस सरकार में रोज नये नये घोटाले उजागर हो रहे हैं। इसके बावजूद सुशासन का दावा करने वाली सरकार मुक दर्शक बनी हुई है।

सांसद ने लालू, प्रभुनाथ एवं शहाबुद्दीन की ओर इशारे करते हुए कहा कि महागठबंधन का कोई नेता सजायाफ्ता है तो कोई जेल में बंद है। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुक दर्शक बने हुए हैं। न तो अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है और नहीं अनियमितता में लिप्त लोगों पर कार्रवाई की जा रही है।

सांसद ने बीते 17 का एनडीए गठबंधन के शासन काल में विकास की याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त जो काम हुआ वह शायद ही इस सरकार में होगा। सांसद ने कहा कि जब 17 साल का एनडीए गठबंधन टूट सकता है तो डेढ़ साल का महागठबंधन का कौन सा मोल है।

उन्होंने यह भी कहा कि समर्थन का फैसला तो केंद्रीय नेतृत्व लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि माल महाराज का और मिर्जा खेले होली वाली कहावत बिहार में चरितार्थ हो रही है। केंद्र से भेजी जा रही राशि का सदुपयोग नहीं किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि इसमें कृषि, एवं ग्रामीण सड़को का निर्माण जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने इस निश्चय को ढकोसला बताते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कृषि के विकास के लिए एक लाख् 48 हजार करोड़ का रोड मैप बनाया था। उसे लागू नहीं किया गया।

केंद्र द्वारा पीएमजीएसवाई मद में उपलब्ध कराएं गए 2740 करोड़ की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मात्र तीन हजार किलोमीटर  सड़क निर्माण का डीपीआर भेजा गया है। डीपीआर भी आधा अधूरा है। मनरेगा में भी केंद्र द्वारा आवंटन उपलब्ध कराया गया है, इसके बावजूद मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है।

गरीबों के आवास निर्माण की चर्चा  करते हुए उन्होने कहा कि छह लाख आवास बनाने की योजना थी लेकिन 47 हजार की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा पंडित दिन दयाल ग्राम ज्योति योजना से गांवों का विद्युतीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। इतना ही नहीं उज्जवला योजना के तहत गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध कराकर उन्हें धुंए से मुक्ति दिलाई जा रही है।

खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गरीबों को अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है।  सांसद ने कहा कि केंद्र सभी वर्गों का न्याय के साथ विकास करने के लिए कटिबद्ध है। लेकिन सूबे की सरकार को न तो विकास की ङ्क्षचता है और नहीं गरीबों की।

उन्होंने शराबबंदी को नौटंकी करार देते हुए कहा कि सूबे में साढ़े नौ लाख लीटर शराब की बरामदगी हुई। इस दौरान एक हजार से अधिक लोगों को जेल भेजा गया। इससे यह साबित होता है कि सूबे में शराब  का कारोबार अभी भी चरम पर है।

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सांसद ने जमीन घोटाले पर चुटकी लेते हुए कहा कि सांसद एवं मंत्री बनाने के लिए गिफ्ट में जमीन का लेनदेन किया जाता है। इस नौटंकी को भी जनता जान गई है। आने वाले समय में ऐसे लोगों को करारा जवाब मिलेगा।

सांसद ने प्रभुनाथ सिंह को न्यायालय द्वारा सजा दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जो जैसा करेगा उसे उसी तरह का फल भुगतना होगा। 

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