ब्रिटेन के सांस्कृतिक मंत्री ने कहा, अपने जरूरी कार्यों में अखबार खरीदना शामिल करें लोग
ब्रिटेन के सांस्कृतिक मंत्री ओलिवर डाउडेन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे कोरोना संकट के इस दौर में कौन से काम करने हैं कि सूची में अखबार खरीदने को भी दर्ज कर लें।
लंदन, एजेंसियां। ब्रिटेन के सांस्कृतिक मंत्री ओलिवर डाउडेन ने अपने देश के लोगों से चौथी सबसे महत्वपूर्ण सेवा, समाचार पत्र की रक्षा में सहयोग करने की अपील की है। ब्रिटिश मंत्री ने देश भर के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोरोना संकट के इस दौर में कौन से काम करने हैं कि सूची में अखबार खरीदने को भी दर्ज कर लें। इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, डाउडेन ने कहा कि कोरोना की यह महामारी प्रेस के इतिहास में कई परंपराओं का अस्तित्व मिटाने का अब तक का सबसे बड़ा संकट बन कर सामने आई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में राष्ट्रीय व क्षेत्रीय समाचार पत्रों के राजस्व व प्रसार में काफी गिरावट आई है।
हर्ट्समियर क्षेत्र से सांसद डाउडेन ने द टाइम्स में लिखे एक लेख में कहा कि अखबार, ब्रिटिश मीडिया और इस देश की मिलीजुली संस्कृति का दिल हैं। उन्होंने कि लोग कोरोना से मुकाबला करने को खड़े हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें जो काम करने हैं उसमें अखबार खरीदने की बात भी शामिल करनी होगी। उन्होंने कहा कि मैंने देश के सौ बड़े ब्रांड से आग्रह किया है कि वे अखबारों का विज्ञापन रोकने का काम न करें। डाउडेन ने लिखा है कि राष्ट्रीय क्षेत्रीय और स्थानीय अखबार और उनकी वेबसाइट विज्ञापन घटने से आर्थिक दबाव में हैं।
वैसे काफी अरसे से विशेषज्ञ भी यह बात कहते रहे हैं कि अखबार कोरोना से पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हाल ही में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के जेएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलोजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन एवं चिकित्सा अधीक्षक प्रो. हारिश एम. खान ने तस्दीक की थी कि अखबार से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा नहीं है। अखबार को लेकर कहीं से कोई ऐसी खबर आई भी नहीं है। जरूरत सिर्फ स्वच्छता अपनाने की है। वहीं बीएचयू स्थित चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) के असिस्टेंट प्रोफेसर और रामानुजन फेलो डॉ. प्रांजल चंद्रा का कहना है कि अखबार पर वायरस नहीं पनपता है।