Move to Jagran APP

ब्रिटेन ने कोविशील्ड को स्वीकृति दी, लेकिन भारतीयों पर पाबंदियां बरकरार

UK ने ट्रैवल एडवाइजरी में बदलाव किया है। UK ने कोविशील्ड को स्वीकृत वैक्सीन मान लिया है। लेकिन अभी भी दोनों टीके ले चुके भारतीयों को वहां पर क्वारंटाइन होना पड़ेगा। टीकाकरण प्रमाणन को लेकर कुछ मुद्दे हैं जिस कारण ऐसा करना होगा।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 01:24 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 08:04 PM (IST)
UK ने ट्रैवल अडवाइजरी में किया बदलाव, कोविशील्ड को स्वीकृत वैक्सीन माना

लंदन, प्रेट्र। भारत सरकार के दबाव में ब्रिटेन ने बुधवार को कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशील्ड को अपने अपडेट अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों में शामिल तो कर लिया, लेकिन भारतीय यात्रियों को अभी भी ब्रिटेन में 10 दिन क्वारंटाइन में रहना होगा। ब्रिटिश अधिकारियों का कहना है कि मुख्य मुद्दा कोविशील्ड वैक्सीन नहीं बल्कि भारत में वैक्सीन का प्रमाणन है। इस मुद्दे को आपसी सहमति से सुलझाने के लिए दोनों देश बातचीत कर रहे हैं। नए दिशानिर्देशों के हवाले से ब्रिटिश अधिकारियों ने बताया कि ब्रिटेन आने वाले भारतीय यात्रियों को वैक्सीन नहीं लगवाने वाले यात्रियों के लिए निर्धारित नियमों का पालन करना होगा।

loksabha election banner

मतलब साफ है कि कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता देने के बावजूद ब्रिटेन ने भारत को अब भी उन देशों की सूची में शामिल नहीं किया है, जिनके वैक्सीन लगवा चुके यात्रियों को उसने कोरोना पाबंदियों से छूट दी है।मालूम हो कि ब्रिटेन यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, पीले और हरे रंग की तीन अलग-अलग सूचियां हैं। कोरोना खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग-अलग सूची में रखा गया है। चार अक्टूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन यात्रा में पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। भारत अभी पीली सूची में है।

चार अक्टूबर से लागू होने वाले दिशानिर्देशों में कोविशील्ड को मान्यता नहीं दी गई थी, लेकिन बुधवार को जारी अपडेट दिशानिर्देश में कहा गया, 'एस्ट्राजेनेका कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका वैक्सजेवरिया और माडर्ना टाकेडा जैसी चार वैक्सीन को स्वीकृत वैक्सीन के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।' साथ ही कहा गया, 'आपके लिए ब्रिटेन आने से 14 दिन पहले वैक्सीन की दोनों खुराकें लेना अनिवार्य है।'याद दिला दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को न्यूयार्क में ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस के साथ मुलाकात में यह मुद्दा मजबूती से उठाया था। इसके कुछ ही घंटों बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने नई दिल्ली में ब्रिटिश मानकों को भेदभावपूर्ण बताते हुए जवाबी कदम उठाने की चेतावनी दी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.