ब्रिटेन में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का रोडमैप तैयार, चिकित्सकों ने किया सावधान
सुुनक ने कहा ब्रिटिश सरकार के इतिहास इस तरह की योजना कभी नहीं बनाई गई थी। इसके तहत सरकार ने 80 फीसद मजदूरी को कवर किया है।
लंदन, एजेंसी।ब्रिटेन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लॉकडाउन के चलते ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश शुरू हो गई है। ब्रिटेन में भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुुनक ने इस योजना का रोडमैप तैयार कर लिया है। इसते तहत रोजगार सृजन के नए अवसर तलाशे जा रहे हैं। सनक ने कहा ब्रिटिश सरकार के इतिहास इस तरह की योजना कभी नहीं बनाई गई थी। इसके तहत सरकार ने 80 फीसद मजदूरी को कवर किया है। उधर, चिकित्सकों ने देश में लॉकडाउन को खोलने पर कोरोना प्रसार की आशंका जताई है।
जॉब रिटेंशन स्कीम को शीर्ष पर पहुंचाने के लिए स्व-रोजगार आय योजना के तहत स्व-नियोजित श्रमिकों के लिए एक करदाता-वित्त पोषित अनुदान को दूसरे भुगतान के साथ तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। अक्टूबर के अंत में अर्थव्यवस्था को खोलने पर ऐसी सभी योजनाओं को खत्म कर दिया जाएगा। इसके तहत जून और जुलाई में यह योजना पहले की तरह जारी रहेगी। सरकार द्वारा 80 फीसद मजदूरी को कवर किया जाएगा। इसमें कोई नियोक्ता योगदान नहीं है। अगस्त में नियोक्ताओं को राष्ट्रीय बीमा और नियोक्ता पेंशन योगदान में भुगतान करने के लिए कहा जाएगा। यह रोजगार लागत का लगभग 5 फीसद है।
सितंबर तक नियोक्ताओं को लोगों के वेतन की ओर भुगतान शुरू करने के लिए कहा जाएगा, जिसमें करदाता का योगदान 70 फीसद तक पूरा हो जाएगा और 10 फीसद को कवर किया जाएगा। अक्टूबर तक करदाता का योगदान 60 फीसद तक गिर जाएगा और नियोक्ता महीने के अंत में योजना बंद होने से पहले 20 फीसद का भुगतान करेगा। उन्होंने कहा मैंने इस योजना को यथासंभव लचीला और उदार बनाने का लक्ष्य रखा है।
ब्रिटिश सरकार के दो वैज्ञानिक सलाहकारों ने लॉकडाउन में ढील को लेकर चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों को कहना है कि कोरोना वायरस अभी भी बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने लॉकडाउन उठाने के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है। गौरतलब है कि ब्रिटेन ने सोमवार से लॉकडाउन में ढील दिए जाने का ऐलान किया है। ब्रिटिश सरकार ने सोमवार को भारी छूट दिए जाने का प्रस्ताव है। देश में अधिकतम छह लोगों को एक साथ मिलने की अनुमति दी गई है। प्राथमिक स्कूलों के लिए भी छूट दी गई है।