माता-पिता संबंधी विवाद में ब्रिटेन में देखभाल केंद्र में फंसे दो भारतीय बच्चे
ब्रिटेन में रह रहे बच्चों के पिता का प्रतिनिधित्व जाने-माने भारतीय अधिवक्ता हरीश साल्वे कर रहे हैं।
लंदन, प्रेट्र। माता-पिता संबंधी विवाद के चलते इंग्लैंड में दो भारतीय बच्चे देखभाल केंद्र में फंस गए हैं और स्थानीय अधिकारी अब उनकी नागरिकता बदलकर भारतीय से ब्रिटिश करना चाहते हैं। इनमें से एक बच्चे की उम्र 11 साल और दूसरे बच्चे की उम्र नौ साल है। मामला ब्रिटेन के कोर्ट ऑफ अपील में पहुंच गया है। तीन न्यायाधीशों- लॉर्ड जस्टिस पीटर जैक्सन, लॉर्ड जस्टिस रिचर्ड मैक्कोम्बे और लेडी जस्टिस एलीनोर किंग की पीठ ने गुरुवार को आदेश दिया कि बर्मिंघम चिल्ड्रंस ट्रस्ट को माता-पिता संबंधी विवाद के चलते बच्चों के लिए ब्रिटिश नागरिकता का आवेदन करने से पहले अदालत की अनुमति लेनी चाहिए।मामला अगस्त 2015 का है जब बच्चों को माता-पिता की देखरेख से अलग कर दिया गया। जबकि वे 2004 में ब्रिटेन आए थे।
उल्लेख किया गया कि बच्चों के माता-पिता से पांच साल से संपर्क स्थापित नहीं हुआ है। ब्रिटेन में रह रहे बच्चों के पिता का प्रतिनिधित्व जाने-माने भारतीय अधिवक्ता हरीश साल्वे कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों के प्रति बच्चों के पिता के विपरीत रुख के चलते उससे संपर्क नहीं हो पाया है। बच्चों की मां नवंबर 2015 में ब्रिटेन छोड़कर चली गई और इस समय सिंगापुर में रहती है।
तीन न्यायाधीशों- लॉर्ड जस्टिस पीटर जैक्सन, लॉर्ड जस्टिस रिचर्ड मैक्कोम्बे और लेडी जस्टिस एलीनोर किंग की पीठ ने गुरुवार को आदेश दिया कि बर्मिंघम चिल्ड्रंस ट्रस्ट को माता-पिता संबंधी विवाद के चलते बच्चों के लिए ब्रिटिश नागरिकता का आवेदन करने से पहले अदालत की अनुमति लेनी चाहिए।मामला अगस्त 2015 का है जब बच्चों को माता-पिता की देखरेख से अलग कर दिया गया। जबकि वे 2004 में ब्रिटेन आए थे।
उल्लेख किया गया कि बच्चों के माता-पिता से पांच साल से संपर्क स्थापित नहीं हुआ है। ब्रिटेन में रह रहे बच्चों के पिता का प्रतिनिधित्व जाने-माने भारतीय अधिवक्ता हरीश साल्वे कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों के प्रति बच्चों के पिता के विपरीत रुख के चलते उससे संपर्क नहीं हो पाया है। बच्चों की मां नवंबर 2015 में ब्रिटेन छोड़कर चली गई और इस समय सिंगापुर में रहती है।