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ब्रेक्जिट: समर्थन पाने के लिए टेरीजा पहुंचीं विपक्ष के पास, दो मंत्रियों ने दिया विरोध में इस्तीफा

ब्रेक्जिट से जुड़े एक मसले पर ब्रिटेन के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में पिछले 25 साल में पहली बार टाई हो गया। प्रस्ताव पर दोनों पक्षों की ओर से 310-310 वोट पड़े।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 02:51 AM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 05:23 AM (IST)
ब्रेक्जिट: समर्थन पाने के लिए टेरीजा पहुंचीं विपक्ष के पास, दो मंत्रियों ने दिया विरोध में इस्तीफा
ब्रेक्जिट: समर्थन पाने के लिए टेरीजा पहुंचीं विपक्ष के पास, दो मंत्रियों ने दिया विरोध में इस्तीफा

लंदन, रायटर/एएफपी। ब्रेक्जिट के मसौदे को लेकर ब्रिटिश संसद में बने गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने बुधवार को विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जर्मी कॉर्बिन से मुलाकात की। इससे पता चलता है कि टेरीजा अब अपनी पार्टी का भरोसा छोड़कर विपक्ष से समर्थन लेने की रणनीति पर काम कर रही हैं। टेरीजा के इस कदम से नाराज उनके एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है।

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ब्रेक्जिट प्रक्रिया और टलने के टेरीजा के बयान के बाद उनकी सरकार में ब्रेक्जिट मामलों के राज्य मंत्री क्रिस हीटन हैरिस ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, अब वह ब्रेक्जिट में और ज्यादा देरी के पक्ष में नहीं हैं। पहले यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का अलगाव 29 मार्च को होना था।

ब्रेक्जिट का मसौदा तीन बार संसद में गिर जाने के बाद टेरीजा ने लेबर पार्टी से बात करने का फैसला किया है। वह संकट की घड़ी में किसी भी तरीके से सम्मानजनक समझौते के जरिये यूरोपीय यूनियन (ईयू) छोड़ना चाहती हैं। तीसरे मतदान से पहले टेरीजा ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी की बैठक में मसौदा पारित होने के बाद इस्तीफा देने तक की पेशकश की थी लेकिन पार्टी के असंतोष को वह काबू नहीं कर सकीं।

यूरोपीय यूनियन से संबंध बनाए रखने के पक्षधर कंजरवेटिव पार्टी के कुछ सांसद ब्रेक्जिट के मसौदे का विरोध कर रहे हैं। जबकि कुछ मसौदे की शर्तो से असहमत हैं। समर्थन मांगने के लिए टेरीजा का कॉर्बिन से मिलने का कदम उनकी ही पार्टी के कई नेताओं के गले नहीं उतरा है। मुलाकात से नाराज टेरीजा के मंत्री नीजेल एडम्स ने इस्तीफा दे दिया है।

उन्होंने कहा, यह ऐसे मा‌र्क्सवादी नेता से मुलाकात करना था जिसने कभी भी ब्रिटेन के हित के बारे में नहीं सोचा। लेबर पार्टी के समर्थन से यूरोपीय यूनियन से संबंध तोड़ने से अच्छा है कि ब्रेक्जिट न हो। इस बीच ब्रिटेन के ब्रेक्जिट मामले के मंत्री स्टीफन बर्कले ने कहा है कि संसद अगर चाहेगी तो सरकार अपेक्षाकृत नरम शर्तो वाला मसौदा प्रस्ताव पेश करेगी।

ब्रिटेन को अब 12 अप्रैल तक मसौदे को संसद से स्वीकृत कराकर यूरोपीय यूनियन को सौंपना है जिससे ईयू उसके बिंदुओं का अध्ययन कर आम सहमति का समझौता प्रपत्र तैयार कर ले। वैसे मंगलवार को टेरीजा इस तारीख के कुछ और आगे बढ़ने की संभावना जता चुकी हैं। लेकिन यूरोपीय कमीशन के प्रेसिडेंट जीन क्लाउड जंकर ने तारीख के और आगे बढ़ने की संभावना से इन्कार किया है।

ब्रेक्जिट मसले पर ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में टाई

ब्रेक्जिट से जुड़े एक मसले पर ब्रिटेन के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में पिछले 25 साल में पहली बार बुधवार को टाई हो गया। प्रस्ताव पर दोनों पक्षों की ओर से 310-310 वोट पड़े। नियमों के अनुसार स्पीकर का वोट निर्णायक होता है, लेकिन स्पीकर जॉन बर्काऊ ने विपक्ष का साथ दिया। उन्होंने कहा कि स्पीकर का काम ऐसे प्रस्ताव पर बहुमत का निर्माण करना नहीं है जहां बहुमत है ही नहीं।

बातचीत रचनात्मक रही, दोनों ही पक्षों ने ब्रेक्जिट पर जारी गतिरोध खत्म करने के लिए लचीलापन और प्रतिबद्धता दर्शायी है- प्रवक्ता, प्रधानमंत्री कार्यालय।

बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आया है, जैसी कि उम्मीद थी। बैठक उपयोगी रही, लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी- जेरेमी कॉर्बिन, नेता प्रतिपक्ष। 


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