वैज्ञानिकों ने खोजा युवा तारा, चार बड़े ग्रह लगा रहे हैं इसका चक्कर
वैज्ञानिकों के मुताबिक, सीआइ टाउ बर्फ और धूल की डिस्क से घिरा हुआ है। डिस्क को प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क भी कहा जाता है।
लंदन, प्रेट्र। पृथ्वी से करीब 500 प्रकाश वर्ष दूर सीआइ टाउ नामक के युवा तारे की खोज हुई है। बृहस्पति और शनि के आकार के चार ग्रह इस तारे का चक्कर लगा रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली बार इतने विशाल ग्रहों वाले तारे की खोज हुई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, सीआइ टाउ बर्फ और धूल की डिस्क से घिरा हुआ है। डिस्क को प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क भी कहा जाता है। इसके अंदर ही ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह और अन्य खगोलीय पिंड विकसित होते हैं।
इस खासियत से वैज्ञानिक रोमांचित
सीआइ टाउ की एक और महत्वपूर्ण खासियत है, जिसने वैज्ञानिकों को रोमांचित कर दिया है। इसका सबसे बाहरी ग्रह नजदीकी ग्रह से करीब हजार गुना दूर स्थित है। सबसे नजदीकी कक्ष में बृहस्पति के बराबर आकार वाला ग्रह इसकी परिक्रमा कर रहा है। किसी युवा तारे के सबसे नजदीकी कक्ष में पहली बार इतने गर्म और विशाल ग्रह की खोज हुई है। बाहरी कक्ष में मौजूद ग्रह का भार शनि के बराबर है। सबसे नजदीकी कक्षा में मौजूद ग्रह बृहस्पति के बराबर और दूसरा बृहस्पति से 10 गुना अधिक बड़ा है।
केवल एक फीसद तारों के पास ही इतने गर्म बृहस्पति ग्रह
वैज्ञानिकों ने बताया कि केवल एक फीसद तारों के पास ही इतने गर्म बृहस्पति ग्रह हैं हालांकि ज्यादातर गर्म बृहस्पति सीआइ टाउ के बृहस्पति से सैकड़ों गुना अधिक बड़े होते हैं। वैज्ञानिक अब यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि क्या ग्रह प्रणाली में मौजूद अन्य ग्रह बृहस्पति जैसे बड़े ग्रहों को तारों के सबसे नजदीकी कक्ष में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं या नहीं। आगे इन ग्रहों और सीआइ टाउ से जुड़ी जानकारियों के लिए भी शोध किया जाएगा।