रूस से भी उत्तर कोरिया को हो रही तेल की आपूर्ति
बताया गया है कि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल निर्यातक रूस से उत्तर कोरियाई जहाज तीन बार पेट्रोलियम पदार्थ ले जाते देखे गए।
लंदन, रायटर: सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों का सामना कर रहे उत्तर कोरिया को चीन से पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि रूस से भी ऐसा होने की खबर आ गई। यूरोप की दो सुरक्षा एजेंसियों ने इस खबर की पुष्टि की है। रूस ने भी सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया को पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति सीमित करने के अमेरिकी प्रस्ताव का समर्थन किया था। घातक हथियारों के विकास के चलते उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगे हैं।
बताया गया है कि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल निर्यातक रूस से उत्तर कोरियाई जहाज तीन बार पेट्रोलियम पदार्थ ले जाते देखे गए। तेल की यह अवैध आपूर्ति अक्टूबर और नवंबर महीनों में होती देखी गई। रूस उत्तर कोरिया का सबसे पुराना मित्र राष्ट्र है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद रूस के संरक्षकत्व में ही उत्तर कोरिया का गठन हुआ था। एक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार पिछले एक साल के दौरान ऐसे कई मौके आए जब रूसी जहाज से उत्तर कोरियाई जहाजों को समुद्र के बीच में तेल दिया गया। यह तेल आपूर्ति तस्करी के जरिये की गई जिसका कहीं कोई रिकॉर्ड नहीं है। दूसरी एजेंसी ने यह अवैध कारोबार जारी होने का दावा किया है।
इस अवैध कारोबार की जानकारी रूसी सरकार को है या नहीं, यह नहीं कहा जा सकता। लेकिन यह पक्का है कि बड़े तेल टैंकरों वाले रूसी जहाज इस धंधे में शामिल हैं। दोनों एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय समुद्री निगरानी व्यवस्था से जुड़ी हुई हैं। उनके दावे उपग्रहों से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर हैं। रूस के विदेश मंत्रालय ने इन दावों पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है।
शुक्रवार को चीन से उत्तर कोरिया को होने वाली तेल की आपूर्ति पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी टिप्पणी की थी। कहा था कि चीन को रंगे हाथ पकड़ा गया है। इस बीच दक्षिण कोरिया में उत्तर कोरिया जा रहे हांगकांग के जहाज के चालक दल से पूछताछ जारी है। तेल भरा यह जहाज अवैध रूप से उत्तर कोरिया जा रहा था, तभी दक्षिण कोरिया की नौसेना ने उसे पकड़ा।