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ब्रिटेन: शाही हवाई दस्तेे के सौ साल पूरे, महारानी एलिजाबेथ ने पिता को याद किया

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रिटेन के रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) को इसके स्‍थापना की 100वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दीं

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 01:33 PM (IST)Updated: Wed, 11 Jul 2018 03:54 PM (IST)
ब्रिटेन: शाही हवाई दस्तेे के सौ साल पूरे, महारानी एलिजाबेथ ने पिता को याद किया
ब्रिटेन: शाही हवाई दस्तेे के सौ साल पूरे, महारानी एलिजाबेथ ने पिता को याद किया

लंदन (एजेंसी)। ब्रिटेन के शाही हवाई दस्ते (आरएएफ) ने मंगलवार को 100 साल पूरे किए। इस मौके पर आरएएफ ने अपना सबसे बड़ा सैन्‍य प्रदर्शन किया। आयोजन के तहत 100 से अधिक जेट, हेलिकॉप्टर और हवाई जहाजों ने उड़ान भरी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने शाही बालकनी से फ्लाईपास्ट की सलामी ली। महारानी के साथ प्रिंस चार्ल्स और उनकी पत्नी कैमिला पार्कर बाउल्स, प्रिंस विलियम-केट मिडलटन और प्रिंस हैरी-मेगन मर्केल भी वहां मौजूद थे। शाही परिवार के सदस्यों ने रॉयल एयरफोर्स के पूर्व सदस्यों और उनके परिवारों से भी मुलाकात की।

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70 हजार लोगों ने देखा विमानों का करतब
मौके पर करीब 70 हजार लोगों ने विमानों के करतब देखे। फ्लाईपास्ट देखने के लिए माल्टा से अपने भाई और पिता के साथ आईं डायना नाम की महिला ने कहा कि ये काफी शानदार था। मैं इसे कभी नहीं भूल पाऊंगी। शाही वायु सेना के इस हवाई मार्च में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए स्पिटफायर और लेंकास्टर बॉम्बर जैसे विमानों ने भी करतब दिखाए। वहीं अत्याधुनिक स्टील्थ फाइटर एफ-35 ने पहली बार सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई। प्यूमा, चिनूक, जूनो और जुपिटर हेलिकॉप्टर भी हवाई मार्च में शामिल हुए। इस हवाई मार्च में कुल 22 जेट शामिल किए गए थे।

महारानी एलिजाबेथ ने किया पिता को याद
एलिजाबेथ ने अपने संबोधन में कहा, ‘मुझे ब्रिटेन की जंग (बैटल ऑफ ब्रिटेन) याद है। हम कभी भी उस साहस और कुर्बानी को भूल नहीं पाएंगे। मेरे पिता जॉर्ज VI शाही परिवार के पहले सदस्य थे जिन्होंने शाही हवाई दस्ते के पायलट के लिए क्वालिफाई किया।‘ रॉयल एयरफोर्स यहां का जंगी विमान बेड़ा है। 1 अप्रैल, 1918 को प्रथम विश्‍व युद्ध के अंत में रॉयल फ्लाइंग कॉर्प्‍स और रॉयल नेवल एयर सर्विस को मिलाकर ब्रिटेन के रॉयल एयरफोर्स का गठन हुआ था। पहले विश्व युद्ध के बाद 1 अप्रैल 1918 को इसका गठन हुआ था। यह दुनिया की सबसे पुरानी एयरफोर्स है।


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