लंदन में सफल नहीं हो सकी 15 अगस्त पर पाकिस्तानी अलगाववादी संगठनों के हंगामे की साजिश
लंदन में पाकिस्तान समर्थित अलगाववादी संगठनों के लोग हर साल 15 अगस्त को भारतीय उच्चायोग के बाहर हंगामा करने की साजिश रचते हैं।
लंदन, प्रेट्र। भारत ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर पाकिस्तान समर्थित अलगाववादी संगठनों के प्रदर्शन को विफल करने और भारतीय अधिकारियों व कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर खुशी जताई है। लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने इस सिलसिले में बयान जारी कर ब्रिटिश सरकार के प्रति आभार जताया है। लंदन में पाकिस्तान समर्थित अलगाववादी संगठनों के लोग हर साल 15 अगस्त को भारतीय उच्चायोग के बाहर हंगामा करने की साजिश रचते हैं। 2019 में पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर भारी हंगामा किया गया था और उच्चायोग की इमारत पर पत्थर भी फेंके गए थे। इसके बाद भारत सरकार ने ब्रिटेन से घटना पर विरोध जताया था।
इस बार सतर्क ब्रिटिश सरकार ने पांच अगस्त और 15 अगस्त को भारतीय उच्चायोग के आसपास सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए थे। इसके चलते पाकिस्तान समर्थित किसी भी संगठन का कार्यकर्ता भारतीय उच्चायोग के आसपास नहीं फटक पाया। भारतीय उच्चायोग ने बयान में कहा है कि 2019 की तरह इस बार किसी ने हमारे स्वतंत्रता दिवस समारोह में व्यवधान पैदा नहीं किया।
उस समय कुछ पाकिस्तानी एजेंटों और उनके खालिस्तानी चरमपंथी साथियों ने गड़बड़ी की थी। वह सब कुछ संगठनों के दुष्प्रचार के चलते हुआ था। लेकिन अब लोग असलियत जान गए हैं। समझ गए हैं कि आतंकी और अतिवादी साथ आकर ब्रिटेन में भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इसलिए अब उन संगठनों के साथ कोई नहीं आया। इस बार पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच उच्चायोग में स्वतंत्रता दिवस समारोह शांति से संपन्न हुआ।
'73 सालों बाद भी नहीं मिली पाकिस्तान को आजादी'
पत्रकार मारवी ने कहा कि पाकिस्तान 73 साल बाद भी आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान, सिंध, गिलगित-बाल्टिस्तान और अन्य क्षेत्रों के लोगों को आजादी मिलनी बाकी है। उन्होंने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस, जो 14 अगस्त को मनाया जाता है, कहा कि पाकिस्तान आजादी के 73 साल को चिह्नित करता है, लेकिन पाकिस्तान अभी भी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहा है।