कोरोना वैक्सीन की एक डोज भी संक्रमण 65 फीसद तक कम करने में कारगर
ब्रिटेन में कोरोना से बचाव के लिए लगाए जा रहे टीकों को लेकर उत्साह बढ़ाने वाला अध्ययन सामने आया है। अध्ययन के मुताबिक यहां लगाए गए टीकों की पहली डोज भी संक्रमण दर को 65 फीसद तक कम करने में मददगार साबित हुई है।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन में कोरोना से बचाव के लिए लगाए जा रहे टीकों को लेकर उत्साह बढ़ाने वाला अध्ययन सामने आया है। अध्ययन के मुताबिक, यहां लगाए गए टीकों की पहली डोज भी संक्रमण दर को 65 फीसद तक कम करने में मददगार साबित हुई है। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और फाइजर-बायोएनटेक के टीके लगाए जा रहे हैं।
दो डोज वाले टीकों की पहली डोज जितना ही फायदा पहुंचाती है
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड और ऑफिस ऑफ नेशनल स्टेटिस्टिक्स (ओएनएस) के दो अध्ययनों के विश्लेषण में पाया गया है कि दो डोज वाले इन टीकों की पहली डोज बुजुर्गों व किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों को भी युवाओं व स्वस्थ लोगों जितना ही फायदा पहुंचाती है। इन अध्ययनों में टीकाकरण के बाद अस्पताल में भर्ती होने और जान जाने के मामलों में उल्लेखनीय कमी की बात कही गई है।
टीका लगवा चुके लोग भी संक्रमित हो सकते हैं
हालांकि अध्ययनकर्ताओं ने यह आशंका जताई है कि टीका लगवा चुके लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इससे बिना लक्षण वाले मरीज बढ़ेंगे और वायरस का प्रसार होगा। ऐसे में शारीरिक दूरी और मास्क से जुड़े प्रविधानों का पालन करते रहना जरूरी है।
टीके की पहली डोज के 21 दिन बाद संक्रमण के नए मामलों में गिरावट: शोध
शोधकर्ताओं ने दिसंबर, 2020 से अप्रैल, 2021 के बीच 3.50 लाख से ज्यादा लोगों की जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया। इसमें पाया गया कि टीके की पहली डोज के 21 दिन बाद संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आई। लक्षण वाले और गंभीर संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय कमी देखी गई। एक अन्य अध्ययन में करीब 46,000 लोगों को शामिल किया गया, जिन्हें पहली डोज दी जा चुकी थी। उनमें मजबूत एंटीबाडी रेस्पांस देखने को मिला।