जानिए, क्यों होता है कम उम्र में मोटापे से हृदय रोग का खतरा
शोधकर्ताओं के अनुसार, लंबे समय तक ज्यादा शराब पीने वालों में भूलने की बीमारी यानी अल्जाइमर का 50 फीसद ज्यादा खतरा पाया गया है।
लंदन, प्रेट्र। यह जाहिर हो चुका है कि मोटापा के चलते कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। अब एक नए अध्ययन में पाया गया है कि कम उम्र में ज्यादा वजनी होना भी सेहत पर भारी पड़ सकता है। इससे उच्च ब्लड प्रेशर और हृदय की मांसपेशियां घनी हो सकती हैं। इसके चलते जिंदगी में आगे चलकर हृदय रोग का सामना करना पड़ सकता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह निष्कर्ष 17 से 21 साल की उम्र वाले स्वस्थ प्रतिभागियों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। अध्ययन में यह गौर किया कि कम उम्र में उच्च बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) का हृदय पर क्या प्रतिकूल असर पड़ता है? बीएमआइ लंबाई और वजन के अनुपात के आधार पर निकाला जाता है।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल मेडिकल स्कूल की शोधकर्ता कैटलिन एच वेड ने कहा, 'हमारे नतीजों से यह जाहिर होता है कि जीवन में आगे चलकर हृदय रोग के खतरे का सामना करना नहीं पड़े, इसके लिए युवा अवस्था में बीएमआइ कम करके बचाव किया जा सकता है।'
ज्यादा शराब पीने से हो सकता है डिमेंशिया
ज्यादा शराब का सेवन करने वाले लोग सावधान हो जाएं। एक अध्ययन में आगाह किया गया है कि ऐसे लोगों में बुढ़ापे के दौरान डिमेंशिया होने का सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है। डिमेंशिया एक मानसिक बीमारी है। इसमें व्यक्ति की याददाश्त कमजोर हो जाती है। ऐसे व्यक्ति को दूसरों से मिलने और बात करने में भी परेशानी होती है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, लंबे समय तक ज्यादा शराब पीने वालों में भूलने की बीमारी यानी अल्जाइमर का 50 फीसद ज्यादा खतरा पाया गया है। फ्रेंच नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च की शोधकर्ता सेवरिन सेबिया ने कहा कि कम शराब पीने वालों में डिमेंशिया का निम्न खतरा पाया गया। यह निष्कर्ष 35 से 55 साल के नौ हजार लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है।