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'नीरव मोदी ने मुझसे कहा कि वह मुझे मार डालेगा', डमी डायरेक्टर ने ब्रिटेन अदालत में पेश वीडियो में कहा

एक व्यक्ति ने कहा नीरव मोदी ने मुझे फोन किया और मुझसे कहा कि वह मुझे चोरी में फंसा देगा। उसने भद्दे शब्द इस्तेमाल किए।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 14 May 2020 09:42 AM (IST)Updated: Thu, 14 May 2020 09:42 AM (IST)
'नीरव मोदी ने मुझसे कहा कि वह मुझे मार डालेगा', डमी डायरेक्टर ने ब्रिटेन अदालत में पेश वीडियो में कहा
'नीरव मोदी ने मुझसे कहा कि वह मुझे मार डालेगा', डमी डायरेक्टर ने ब्रिटेन अदालत में पेश वीडियो में कहा

लंदन, पीटीआइ।  नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों से जुड़े तथाकथित 'डमी डायरेक्टर्स' द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में कैमरे पर पकड़े गए आरोपों और यहां तक कि चोरी के लिए फंसाए जाने और यहां तक कि मारे जाने के खतरे भी शामिल हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने यह वीडियो नीरव के खिलाफ चल रही प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई के दौरान ब्रिटेन की एक अदालत में सौंपा। इस सप्ताह ट्रायल के दौरान लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किए गए वीडियो रिकॉर्डिंग पर छह भारतीय पुरुषों के एक समूह को सुना जा सकता है, जिनमें से प्रत्येक को दुबई छोड़ने और मिस्र के काहिरा में आने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया, जहां उनके पासपोर्ट हैं। जब्त किए गए पासपोर्ट और उन्हें कथित तौर पर नीरव मोदी के भाई, नेहाल मोदी द्वारा उनकी इच्छा के खिलाफ संदिग्ध दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए दवाब बनाया गया था।

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एक व्यक्ति वीडियो में कह रहा है, 'मेरा नाम आशीष कुमार मोहनभाई लाड है, मैं सनसाइन जेम्स लिमिटेड, हॉन्गकॉन्ग और दुबई के यूनिटी ट्रेडिंग में हमनाम मालिक हूं।' उसने कहा, 'नीरव मोदी ने मुझे फोन किया और मुझसे कहा कि वह मुझे चोरी में फंसा देगा। उसने भद्दे शब्द इस्तेमाल किए.... मुझसे कहा कि वह मुझे मरवा डालेगा....।' यह वीडियो जून, 2018 का है।

बता दें कि हाल ही में भारत सरकार ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ जालसाजी और मनी लांड्रिंग मामले में ठोस सुबूत मुहैया कराए हैं। भगोड़ा कारोबारी लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में अपने प्रत्यर्पण के मामले का सामना कर रहा है। डिस्टि्रक्ट जज सैमुएल गूजी ने दस्तावेज देरी से सौंपे जाने पर चिंता जताई थी और हीरा कारोबारी की कंपनियों से संबंधित व्यापक बैंक स्टेटमेंट शामिल करने को कहा था। इसके बावजूद वह अर्जी पर विचार करने के लिए सहमत हो गए थे। जज ने कहा था, 'मैं एक बेहतर सवाल उठाने जा रहा हूं कि पहले सुबूत के रूप में इसकी पहचान क्यों नहीं की गई।'

भारतीय अधिकारियों की ओर से कोर्ट में पैरवी कर रही क्राउन प्रोसीक्यूशन सर्विस ने कहा कि जज के लिए नया सुबूत देखना आवश्यक नहीं है। दस्तावेज मामले को स्पष्ट करने में मदद करेगा और जो कुछ कहा जा चुका है उसकी पुष्टि करेगा। आरोप है कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ धोखाधड़ी की और डमी कंपनियों के माध्यम से मनी लांड्रिंग को अंजाम दिया।

उल्‍लेखनीय है कि कल 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के आरोपित नीरव मोदी के खिलाफ लंदन की अदालत में चल रहे पांच दिवसीय प्रत्यर्पण ट्रायल के दौरान उसके वकील ने अपना पक्ष रखा था। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में वकील ने कहा कि नीरव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उसका भारत की जेलों में इलाज नहीं हो सकता है।


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